फ़तेहपुर (जनमत):- फ़तेहपुर जिले में आमरण अनशन पर बैठे पीड़ित परिवार अब सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगा रहा है। पीड़ितों का आरोप है बीजेपी विधायक करन सिंह पटेल के प्रतिनिधि विपिन पटेल ने उनकी करोड़ो रूपये की बेशकीमती जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। जब उन्होंने अवैध कब्जा का विरोध किया तो दबंगो ने जेसीबी मशीन लगाकर उनकी जमीन का नख्सा ही मिटा दिया और उनके साथ मारपीट किया। पिछले एक साल से वह इंसाफ के लिए पुलिस प्रशासन से गुहार लगा रहे है, लेकिन आज तक उनकी कोई सुनवाई नही हुई। जिससे थक हार कर अब वह आमरण अनशन पर बैठ गए।
फ़तेहपुर जिले में बिंदकी तहसील से महज चंद कदम की दूरी पर बसा जाफराबाद गांव में कई ऐसे पीड़ित परिवार है जिनकी करोड़ो रूपये की जमीन पर भू-माफियाओं का अवैध कब्जा है। पीड़ितों का आरोप है कि उनकी बेशकीमती जमीन पर बीजेपी एमएलए करन सिंह पटेल के प्रतिनिधि विपिन पटेल की नीयत खराब हो चुकी है और उसने अवैध कब्जा कर रखा है। उन्होंने इस मामले की शिकायत थाना-पुलिस और तहसील दिवस में, एसडीएम-डीएम से भी किया, लेकिन आज तक उनकी कोई सुनवाई नही हुई। जिससे अब वह थक हार कर आमरण अनशन पर बैठ गए और सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगा रहे।
पीड़ित रीता वर्मा, मंजूसा देवी और अंकित तिवारी ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में यह जमीन खरीदी थी, जिसकी रजिस्ट्री-नख्सा और दाख़िल खरीज भी उनके पास है। इसी आराजी संख्या की जमीन में बीजेपी एमएलए करन सिंह पटेल के प्रतिनिधि का भी कुछ हिस्सा है, लेकिन वह सत्ता के बल जेसीबी मशीन लगवाकर हमारी जमीन का पूरा नख्सा ही मिटवा दिया और जबरन कब्जा कर लिया। जब हम लोगो ने विरोध किया तो हमारे साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। हम लोग पिछले एक साल से न्याय के लिए भटक रहे हैं, लेकिन उसकी पहुंच के आगे हमारी कोई सुनवाई नही हो रही है। इस लिए हम लोग परिवार सहित आमरण अनशन पर बैठे हैं और हमे पूरा भरोसा है सीएम योगी आदित्यनाथ हमारी फरियाद जरूर सुनेंगे।
भू-माफियाओं के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठने की खबर के बाद जिला प्रशासन के होश उड़ गए। जिसके बाद बिंदकी तहसीलदार गणेश प्रसाद पुलिस बल के साथ अनशनकारियों के पास पहुंचे और उन्हें कार्यवाई का आश्वासन देकर अनशन से उठने की बात कही। पीड़ित परिवार ने तहसीलदर को यह कहते हुए आमरण अनशन से उठने से साफ मना कर दिया कि जब तक उन्हें इंसाफ नही मिल जाता तब तक वह आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।
इस दौरान मीडिया के सवालो पर पहले तो तहसीलदार ने जवाब देने से ही साफ इंकार कर दिया। बाद में खुद को सवालो के कटघरे में घिरता देख उन्होंने कहा कि अनशनकारियों का पूर्व से ही जमीन पर कब्जा नही है। ऐसे में अब शांति भंग का खतरा उत्पन्न हो रहा है, इस लिए वह एसडीएम साहिबा से बात कर 145 की कार्यवाई करेंगे। वहीं अनशनकारी पीड़ितों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि जब तक उन्हें इंसाफ नही मिल जाता, तब तक वह आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे, फिर चाहे उनकी जान ही न क्यों चली जाए। ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि यूपी में नेस्तनाबूत के तहत अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ जारी ऑपरेशन में इन पीड़ित परिवारों को कब तक इंसाफ मिल पाता है।
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL..