अयोध्या (जनमत):- रामनगरी अयोध्या विकास प्राधिकरण व नगर निगम लगातार संतो महंतों के साथ बैठकर अयोध्या की चौमुखी विकास के लिए मंथन कर रहा है.वही उनके उनके सुझाव मांग रहा है। इसी क्रम में रामनगरी को आध्यात्मिक मेगा सिटी रूप में विकसित करने के लिए बन रहे विजन डॉक्यूमेंट में अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों व प्रबुद्ध जनों के साथ अयोध्या विकास प्राधिकरण ने बैठक की।
(प्रो0 मनोज दीक्षित, पूर्व कुलपति अवध विश्वविद्यालय)
बैठक में राम सर्किट नामक योजना बनाए जाने की बात कही गई। प्रोफेसरों ने अयोध्या की माली हालत बढ़ाने से लेकर अयोध्या में श्रद्धालुओ के रुकने तक के भरपूर इंतजाम किस प्रकार हो सकते हैं इस को रेखांकित किया गया। अवध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने कहा कि अयोध्या को ग्लोबल स्प्रिचुअल सिटी के रूप में विकसित करने के लिए अयोध्या के संरक्षण की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का संरक्षण और विकास दोनों साथ चलना चाहिए। अयोध्या संरक्षित रहेगी तो अयोध्या का विकास भी होगा।
अयोध्या की जो महत्ता रही है उसके केंद्र को अनडिस्टर्ब रहना चाहिए। वही अयोध्या है।अयोध्या की परंपरा को देखने लोग आएंगे उसके विकास को देखने लोग अयोध्या नही आएंगे। इसलिए अयोध्या की परंपरा को भी बचाए रखना जरूरी है।वही विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट बनाया जा रहा है और अयोध्या के संतों महंतों के साथ-साथ अवध विद्यालय के प्रोफेसर व प्रबुद्ध जनों से उनकी राय ली जा रही है।