अमेठी (जनमत):- उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बीकॉम की छात्रा काजल द्विवेदी सोमवार को एक दिन के लिए सांकेतिक एसडीएम बनीं। उन्होंने एसडीएम की कुर्सी पर बैठकर स्थानीय राजस्व अधिकारियों और थाना प्रभारी निरीक्षक को भूमि विवाद के निस्तारण के निर्देश दिए। काजल ने जनशिकायतों की सुनवाई की। जनशिकायतों की सुनवाई के बाद कराए जा रहे सरकारी कार्यों की जानकारी ली।
दरअसल मिशन शक्ति के तहत छात्राओं की हौसला अफजाई के लिए सोमवार को एमडीएम मुसाफिरखाना सुनील कुमार त्रिवेदी ने रायबरेली जिले के फिरोजगांधी पीजी कॉलेज के बीकॉम की छात्रा काजल द्विवेदी को एक दिन का सांकेतिक एसडीएम मुसाफिरखाना बनाया। एक दिन की एसडीएम बनी काजल ने एसडीएम कार्यालय में उपजिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठकर जन सुनवाई शुरू की।
पहले उन्हें प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में परेशानी हुई लेकिन बगल में बैठे एसडीएम सुनील कुमार त्रिवेदी ने इसका तरीका बताया। इसके बाद फरियादियों की सुनवाई करते हुए काजल ने राजस्व सहित अन्य कई मामले के निस्तारण के निर्देश दिए। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर मिशन शक्ति के तहत काजल ने क्षेत्र की महिलाओं व छात्राओं को प्रमाण पत्र दिए और उन्हें जागरूक किया। ततपश्चात मुसाफिरखाना कोतवाली पहुँची काजल ने महिला हेल्प डेस्क कक्ष में बैठ कर महिला फरियादियो की समस्याओं को सुनकर उनके निस्तारण के निर्देश दिए।
इस दौरान कारागार,लेखागार व थाना अभिलेखों का अवलोकन कर थाने का निरीक्षण किया और सीओ मुसाफिरखाना मनोज यादव व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक परशुराम ओझा से पुलिस के दायित्वों को जाना समझा। शिकायतों की सुनवाई के बाद काजल द्विवेदी में आत्म विश्वास जगा।