सिंगरौली (जनमत) :- नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की यूपी के सोनभद्र में स्थित ककरी ओपन कास्ट खदान सहित कोल इंडिया की अन्य अनुषंगी कंपनियों के द्वारा संचालित 27 कोयला खदानों को बंद किया जाएगा। यह जानकारी कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने संसद में दी है। बंद होने वाली खदानों में अधिकांश भूमिगत खदानें हैं। श्री जोशी ने यह भी स्पष्ट किया कि इन खदानों को 2024 तक बंद कर दिया जाएगा, लेकिन इनमें कार्यरत किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं की जाएगी। बल्कि इन खदानों में कार्यरत कर्मचारियों को अन्य खदानों में समाहित किया जाएगा।
ज्ञात हो कि विगत तीन वर्षों में कोल इंडिया की 54 कोयला खदानें उत्पादन से बाहर हो चुकी हैं। आगामी तीन वर्षों में बंद होने वाली 27 खदानों को लेकर 2024 तक कुल 81 खदानें बंद हो जाएंगी।
2024 तक बंद होने वाली खदानें :- नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की ककरी खदान, ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की निंघाह खदान, मधुसूदनपुर 7 पिट इंक्लाइन खदान, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की भोवरानार्थ खदान, भागबंद खदान, केबी 10/12 पिट खदान, पीबी परियोजना खदान, मूदीडीह खदान, जोगीडीह खदान, खरखरी खदान, महेशपुर खदान, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की उरीमरी खदान, सारूकेरा खदान, भुरंकुंडा खदान, पिपरखार खदान, वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की सरनी खदान, बरकुई खदान, माना खदान, शोभापुर खदान, उमरेर विस्तार खदान, जुनाद खदान, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की जमुना 9 एवं 10 खदान, नौरोजाबाद वेस्ट खदान, पाली खदान, बिजुरी खदान, कपिलधारा खदान और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड की ओरियंट 3 खदान।
Posted by : Manoj Kumar
Reported by : Sharad Somani