गोरखपुर (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद गोरखपुर में दो अप्रैल की देर रात ताबड़तोड़ गोली मारकर हुई भाजपा नेता की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है| जमीनी विवाद में पंजाब के दो शूटरों को सुपारी देकर पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे भाजपा सेक्टर प्रभारी की हत्या कराई गई थी| बाइक सवार तीन बदमाशों ने उस समय उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वे गांव के बाहर बने कार्यालय से लोगों से मिलने के बाद गांव के घर के पास पहुंचे थे| घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए| पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है| दोनों शूटरों की तलाश में पुलिस टीम पंजाब भेजी गई है| उनके ऊपर 25-25 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया गया है|
गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पुलिस लाइन् में घटना का खुलासा किया| उन्होंने बताया कि एसएसपी ने बताया कि गोरखपुर के गुलरिहा गुलरिहा थाना क्षेत्र के जेमिनी पैराडाइज के पास रहने वाले भाजपा के सेक्टर प्रभारी और नारायणपुर गांव के पूर्व प्रधान बृजेश सिंह (55 वर्ष) की दो अप्रैल की रात 11 बजे बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी| उनकी हत्या जमीनी विवाद में की गई थी| बृजेश सिंह पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे| उन्होंने बताया कि नारायनपुर के रामसमुझ ने एक जमीन बहादुर चौहान और जितेन्द्र सिंह को एक जमीन बेची थी|
उस जमीन पर बृजेश सिंह का कब्जा रहा है. उन्होंने कहा कि था कि कोर्ट से मुकदमा लड़कर वे उस जमीन को पा सकते हैं| बहादुर चौहान और जितेन्द्र ने प्लान के तहत पंजाब से शूटर बुलाकर पंचायत चुनाव के पहले उनकी हत्या की साजिश की| इसकी वजह ये थी के लोगों को लगे कि हत्या पंचायत चुनाव को लेकर की गई है| वे अपने कार्यालय से निकलकर गांव के घर की ओर जा रहे थे| उसी दौरान उनकी हत्या की गई| गोली चलाने वाले तीन लोगों में जितेन्द्र सिंह गिरफ्तार हो गया है| इसके साथी राजबीर और सतनाम की गिरफ्तारी के लिए टीम को पंजाब भेजा गया है| दोनों फरार शूटरों के खिलाफ 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है|
घटना के बाद गोरखपुर के एडीजी अखिल कुमार, डीआईजी डा. प्रीतिंदर सिंह, एसएसपी दिनेश कुमार पी भी मौके पर पहुंचे थे| उन्होंने वहां का जायजा लिया था| डॉग स्क्वायड के साथ फोरेंसिंक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए थे| जमीनी विवाद और अन्य एंगल पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया| इस मामले में पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर चार नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया था| इनमें विनय श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव की नामजदगी गलत पाई गई| घटना में गुलरिहा के नारायनपुर गांव के रहने वाले रामसमुझ, पिपराइच के जंगल औराही निवासी बहादुर चौहान, महराजगंज जिले के पनियरा के जड़ार निवासी जितेन्द्र सिंह और दिवाकर सिंह उर्फ गोलू, गोरखपुर के गोरखनाथ थानाक्षेत्र के रामजानकीनगर के कृष्ण कुमार गुप्ता, पंजाब अमृतसर के दबिन्द्रनगर तरनतारण रोड के रहने वाले शूटर राजवीर और सतनाम का नाम प्रकाश में आया|
फरार पंजाब के अमृतसर के रहने वाले शूटर राजवीर उर्फ राजू उर्फ मलक सिंह और सतनाम के ऊपर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है| पुलिस ने पांचों आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दो तमंचा और बाइक बरामद कर ली है| पांचों आरोपियों को पुलिस ने गुलरिहा के खुटहन के तरकुलही नाला के पास से गिरफ्तार किया है| पुलिस ने इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 302, 120बी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था| घटना के खुलासे के लिए चार टीमें लगाई गई थीं|