लखनऊ (जनमत) :- कोरोना दूसरी लहर जहाँ एक तरफ डरा रही है वहीँ मौजूदा हालत वास्तव में परेशान करने के लिए काफी है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके साथ ही श्मशान घाटों पर लोगों के शवों की संख्या भी। यही हाल शनिवार को भी देखने को मिला था जब दो श्मशान स्थलों पर अंतिम संस्कार के लिए 105 शव पहुंचे। इनमें काफी संख्या में संक्रमितों के शव भी बताए जा रहे हैं। यही कारण है कि प्रशासन ने संक्रमित शवों को विद्युत शवदाह गृह के अलावा लकड़ी से भी जलाने का काम शुरू कर दिया है। इससे शनिवार को बढ़े अंतिम संस्कार करने में मदद मिली।
शनिवार को एक हाइवा कंडा कान्हा उपवन से लाए गए। शनिवार को बैकुंठ धाम पर 20 शव लकड़ी से जलाए गए और 15 विद्युत शवदाह गृह से। इसी तरह गुलालाघाट पर 10 शव लकड़ी से और 16 शव विद्युत शवदाह गृह से।शवों की संख्या बढ़ने से दिन भर दूर-दूर से आए लोगों को दाह संस्कार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। खास तौर पर विद्युत शवदाह गृह में लंबी लाइन थी। यहां रोजाना रात में दो-दो बजे तक अंतिम संस्कार हो रहा था। हालांकि इसके बावजूद देर रात तक अंतिम संस्कार होते रहे। संक्रमित शवों की अधिक संख्या को देखते हुए लकड़ी से भी अब अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इसके लिए कान्हा उपवन के कंडे भी नगर निगम उपलब्ध करा रहा है।
PUBLISHED BY:- ANKUSHPAL…