मैनपुरी (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में 30 वार्ड मैं जिला पंचायत की चुनाव चल रहे थे जिसमें बीजेपी समाजवादी पार्टी बसपा पार्टी के अलावा कांग्रेश ने अपने-अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे थे 30 वार्डों में 28 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए थे मैनपुरी में समाजवादी पार्टी ने अपना वर्चस्व लहराते हुए भाजपा को करारा झटका दिया है तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी भी किसी से पीछे नहीं रहे ऐसे में वार्ड नंबर 28 के प्रत्याशी सत्येंद्र यादव उर्फ जर्मन और सपा विधायक राजकुमार यादव की पत्नी वंदना यादव चुनाव मैदान में उतरी थी मतगणना के दौरान सत्येंद्र यादव को लगभग 600 मतों से विजय घोषित कर दिया गया था|
इसके बाद देर रात के समय उसे प्रमाण पत्र नहीं दिया गया अधिकारियों की मिलीभगत के चलते 1000 मतों से राजकुमार की पत्नी बंदना यादव को 1000 मतों से विजय घोषित कर दिया गया प्रत्याशी सत्येंद्र यादव आरोप लगाया है कि पहले हमें घोषित कर दिया गया उसके बाद में अधिकारियों ने भारी-भरकम मोटी रकम लेकर विधायक की पत्नी बना यादव को धांधली करते हुए विजय घोषित कर दिया गया है इस संबंध में पूर्व से जीत घोषित किए हुए प्रत्याशी सत्येंद्र यादव ने जिलाधकारी कलेक्टर कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया और अधिकारियों पर धांधली का आरोप लगाया और प्रार्थना पत्र देकर दोबारा मतगणना करने की मांग की है|
वही बीजेपी जिला अध्यक्ष प्रदीप चौहान ने जिलाधिकारी को द्वारा जांच करने की बात कहते हुए जिला अधिकारी का कार्यालय को घेरकर दोबार मतगणना कराने की मांग की है वहीं जिलाधिकारी ने प्रार्थना पत्र लेते हुए पुनः मतगणना करने का आश्वासन दिया है|