अमेठी (जनमत) : अमेठी जिले के मुसाफिरखाना तहसील अन्तर्गत गांव कस्थुनी पूरब में आज यानि गुरुवार को कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारम्भ हुआ महिलाओं ने बाजे-गाजे के साथ पूरे गांव में कलश यात्रा निकाली इस दौरान पूरा क्षेत्र देवी देवताओं के जयकारों से गुंजायमान बना रह गुरुवार सुबह राष्ट्रीय कथा व्यास पँ सन्तोष जी महाराज ने विधि विधान से महिलाओं के सर पर कलश धारण कराए इसके बाद पूरे ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली कलश यात्रा में महिलाओं के साथ पुरुषों व बच्चों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया कलश यात्रा के समापन पर पँ सन्तोष जी महाराज ने कथा स्थल पर कलश स्थापित कराए इसके बाद उन्होंने श्रद्धालुओं का कथा का सार बताया।
श्रीमद्भागवत कथा साक्षात कल्पवृक्ष : पँ सन्तोष जी महाराज
श्रीमद्भागवत कथा साक्षात कल्पवृक्ष है यह शब्द रूप में स्वयं श्रीकृष्ण है इसलिए इसके श्रवण मात्र से मोक्ष मिल जाता है यह बात कथा व्यास पँ सन्तोष जी महाराज ने गुरुवार को कस्थुनी पूरब गाँव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में सम्बोधित करते हुए कही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सूर्य संपूर्ण सृष्टि में अंधकार का नाश कर प्रकाश का प्रादुर्भाव करता है, उसी प्रकार श्रीमद्भागवत महापुराण मनुष्य के मन में व्याप्त अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञान का प्रकाश करता है ।
अमृतमयी कथा का ले आनंद :
वही श्री भागवत कथा के मुख्य यजमान श्रीमती प्रमिला सिंह पत्नी स्व०राघवेन्द्र प्रताप सिंह और आयोजक ग्राम प्रधान कस्थुनी पूरब शिवांशु प्रताप सिंह ने सभी लोगों से भागवत कथा का आनंद लेने को कहा उन्होंने बताया कि 29 नवम्बर गुरुवार को हवन पूर्णाहुति और 30 नवम्बर को ब्रम्हभोज एवं भंडारे का आयोजन होना सुनिश्चित है इस अवसर पर रवींद्र प्रताप सिंह,वंशराज सिंह,अजय सिंह आनंद विक्रम शर्मा, मोहित सिंह,सहित सैकड़ों ग्रामवासी उपस्थित रहे ।
रिपोर्ट @ राम मिश्रा