महाराजगंज(जनमत):- महाराजगंज जनपद का भारत नेपाल सरहदी बॉर्डर कोरोनावायरस पिछले कई महीनों से सील है लेकिन इसके बावजूद भी सरहदी क्षेत्रों में तस्करो के हौसले बुलंद हैऔर इसमें कहीं ना कहीं पुलिस और कस्टम के मिलीभगत से ही तस्कर बॉर्डर सील होने के बावजूद नेपाल तस्करी का सामान लेकर बड़े आराम से पहुंच जा रहे हैं । आपको बता दें निचलौल थाना क्षेत्र के सात पाँच पुल के पास सुबह 7:30 बजे के करीब अवैध रूप से एक पिक अप में कनाडिया मटर से भरी गाड़ी तेज रफ्तार में जाकर एक कार को टक्कर मारते हुए एक गरीब के घर में जा घुसी जिसमें गरीब हजारों रुपए का आर्थिक रूप से नुकसान हुआ और इस घटना का नंबर दो तस्कर बुरी तरीके से घायल भी हो गए घटना की बात गांव के लोगों ने तस्करों के खिलाफ पुलिस को सूचना दी और मौके पर निचलौल थाने की पुलिस ने पहुंचकर दोनों तस्करों को हिरासत में लेकर इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया इलाज के दौरान एक युवक की हाल गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया इस घटना के बाद तस्करी को लेकर पूरे गांव में चर्चा जोरों पर है ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से ही इस गांव के पास बेतहाशा रूप से तस्करी होती है जिस पर पुलिस पर भी तस्करों से वसूली का आरोप भी लगता रहता है.
फिलहाल ये एक बड़ा सवाल हैं कि जब बॉर्डर सील हैं तो ऐसी अवस्था में आखिर तस्कर तस्करी को कैसे अंजाम दे रहें हैं, ये एक बड़ा सवाल है.