सोनभद (जनमत):- थाना क्षेत्र के चिल्काटांड़ ग्राम पंचायत में बुधवार की दोपहर एनसीएल खड़िया परियोजना के ओबी (ओवरवर्डेन) की मिट्टी ढहने से सगे भाइयों सहित तीन बच्चों की जिंदगी दफन हो गई। वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया। उपचार के लिए उसे एनटीपीसी के संजीवनी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है। एसडीएम दुद्धी रमेश और पिपरी सीओ विजय शंकर मिश्रा मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को शांत कराने में लगे हुए हैं। एनसीएल प्रबंधन के लोग भी मौके पर पहुंच गए हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक शक्तिनगर थाना क्षेत्र के हरदहवा बस्ती निवासी 13 वर्षीय राधेश्याम पुत्र रामसिया साहू, 12 वर्षीय अभिषेक पुत्र पप्पू हरिजन, सगे भाई 12 वर्षीय विक्की और 13 वर्षीय दीनानाथ पुत्र विश्वनाथ पटवा, दोपहर एक बजे के करीब शौच के लिए एनसीएल खड़िया की ओबी की तरफ गए हुए थे। बताया जा रहा है कि जैसे ही वह ओबी के पास से गुजरे नाले के पास पहुंचे। ऊपर से मिट्टी का मलवा ठाकर आ गिरा और चारों बच्चे उसी में दफन हो गए चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने मलबा हटाकर बच्चों को बाहर निकाला लेकिन तब तक राधेश्याम विक्की और दीनानाथ की सांसे थम चुकी थी अभिषेक की हालत गंभीर थी। आनन-फानन में उसे एनटीपीसी के नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार जारी है। उधर, इस बात की खबर जैसे ही ग्रामीणों को लगी आक्रोशित हो उठे।
खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और लोगों को शांत कराते हुए कब्जे में लेकर पीएम के लिए भिजवाया। सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी विजय शंकर मिश्र और उप जिलाधिकारी रमेश कुमार भी पहुंच गए और ग्रामीणों को कार्रवाई के आश्वासन देकर शांत कराया। एसडीएम रमेश कुमार ने कहा कि मामले में आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बता दें कि चिल्काटांड़ स्थित खड़िया स्थित ओबी के पहाड़ को लेकर वर्षों से आवाज उठ रही है। ग्रामीण प्रतिवर्ष बारिश शुरू होते ही हादसे की आशंका जताने लगते हैं, लेकिन ओबी की सुरक्षा दिवार मजबूत करने या यहां के लोगों को सुरक्षित दूसरी जगह बसाने या फिर ओबी के इर्द-गिर्द लोगों को आने जाने से रोकने को लेकर समुचित कदम अब तक नहीं उठाए जा सके हैं।
Posted By:-Amitabh Chaubey Reported By:-Sharad Somani