लखनऊ(जनमत):- विधान सभा चुनाव 2017 के संकल्प पत्र में भाजपा ने रोजगार और स्वरोजगार का जो वादा किया था योगी सरकार ने उससे लगभग पांच गुना अधिक रोजगार युवाओं को दिया। वह भी, केवल चार साल के भीतर। जबकि, पांचवें साल में रोजगार की सबसे बड़ी खेप आनी बाकी है। योगी सरकार की रोजगारोन्मुखी नीतियों ने यूपी को रोजगार सेंटर बना दिया।
कुछ साल पहले तक रोजगार के लिए भटक रहे प्रदेश के 3.12 करोड़ से अधिक युवाओं को 4 साल में रोजगार दे कर भाजपा के चुनावी संकल्प पत्र के एक और वादे को समय से पहले और जबरदस्त अंदाज में पूरा किया। 2017 के विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र में 5 साल में 70 लाख रोजगार और स्वरोजगार देने का वादा किया था,लेकिन योगी सरकार चार साल में 4 लाख सरकारी नौकरियों समेत 3 करोड़ से ज्यादा रोजगार देकर धमाकेदार अंदाज में पूरा कर दिया।
राज्य सरकार अब तक 1 लाख से अधिक महिलाओं की सरकारी नौकरी दे चुकी है, जबकि मनरेगा के जरिये 1.50 करोड़ श्रमिकों को रोजगार से जोड़ा जा चुका है। स्टार्ट अप इकाईयों से 5 लाख और औद्योगिक इकाइयों से 3 लाख से अधिक युवाओं को भी रोजगार दिया जा चुका है। ओडीओपी के माध्यम से 25 लाख लोगों को रोज़गार मिला है।
50 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों से 1 करोड़ 80 लाख लोगों को यूपी में रोज़गार मिला है। प्रदेश सरकार की नई उद्योग नीति से 5 लाख से ज़्यादा लोगों को रोज़गार दिया जा चुका है। 40 लाख से अधिक कामगारों/ श्रमिकों की स्किल मैपिंग के बाद रोजगार से जोड़ा गया है।
6 महीने में मिलेगी 1 लाख सरकारी नौकरी
यही नहीं पढ़ाई पूरी कर सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं को योगी सरकार एक और बड़ी सौगात देने जा रही है। राज्य सरकार युवाओं के लिए एक लाख सरकारी नौकरियों की बड़ी खेप ला रही है। सरकार दिसंबर तक एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी में है। कोरोना की दूसरी लहर थमने के साथ ही योगी सरकार ने अपने मिशन रोजगार की रफ्तार फिर बढ़ा दी है।
Posted By:- Amitabh Chaubey