उत्तर प्रदेश(जनमत). सोमवार को उत्तर प्रदेश के बागपत जिला कारागार के भीतर पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की जेल के भीतर कई गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप कुख्यात अपराधी सुनील राठी पर लगा है।
इस घटना के बाद यूपी की सभी जेलों में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। जेल के भीतर आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई। वहीं कुख्यात अपराधियों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई। वर्तमान समय में यूपी के मैनपुरी जेल मे बंद संजीव कुमार उर्फ जीवा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जीवा को अलर्ट बैरक में रखा गया है। वर्ष 2011 में कोर्ट में अर्जी देकर जीवा ने असुरक्षा जाहिर की थी। बजरंगी की हत्या के बाद उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद लोग सवाल उठाने लगे हैं कि जेल के अंदर जाने पर गहन तलाशी ली जाती है। कोई पिस्तौल लेकर कैसे अंदर घुस गया? आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि बागपत जेल के अंदर की वारदात भाजपा सरकार के किसी रसूखदार नेता या मुख्यमंत्री योगी के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया है।
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