मैनपुरी(जनमत):- उत्तरप्रदेश के जनपद मैनपुरी के तहसील करहल क्षेत्र के गांव में अन्नदाताओं की हजारों बीघा धान की फसल जलभराव होने से बर्बाद होने के कगार पर है। जिससे किसानों ने शासन प्रशासन से खेतों में खड़ी फसल को बचाने के लिए पानी निकासी कराने की मांग की। जहां फसल बर्बाद होने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान होने के अनुमान के साथ साथ गेंहू की फसल बोन का भी संकट खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। अन्नदाताओं ने शासन प्रशासन से दवंगो से नाला खुलबा कर कार्यबाही की मांग की है|
खेतो में जलभराव का मामला तहसील करहल क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोहब्बतपुर गांव से जुड़ा है। जहां के किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया उनके गांव नगलाकदम, नगलाबाबा, बहादुरपुर ,पृथ्वीपुर, मुहब्बतपुर,गांव की लगभग दो हजार बीघा में खड़ी धान की फसल में जलभराव की स्थित है। किसान धान की फसल नही काट पा रहे जलभराव के कारण धान की फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंचती जा रही जिसका कारण किसानों ने गांव के कुछ दवंगो पर लगाया है।
किसानों का आरोप है जल निकासी के लिए एक नाला बनाया गया था जो अब गांव के कुछ दवंगो ने बंद कर दिया है जिस कारण से उनकी हजारों बीघा फसल में जल भराव है। किसानों का आरोप है कई बार इस नाले को खुलबाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन आज तक उनकी कोई सुनबाई नही हुई। जिससे कई कई फुट पानी खेतों में भरने के कारण अधिकांश फसल बर्बाद हो रही है। अफसरों की लापरवाही का खामियाजा अन्नदाता भुगत रहा है, किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यहीं कारण है कि महीनों से खेतों में पानी भरा है। जल निकासी का प्रबंध सही न होने से समस्या है।
जिसके चलते अन्नदाताओ के साथ किसान यूनियन किसान के पदाधिकारीयो ने किसानों की समस्या को देखते हुए एसडीम करहल अनिल कुमार कटियार को ज्ञापन सौप समस्या के जल्द निराकरण की मांग की।मांग ना पूरी होने पर किसानों द्वारा तहसील का घेराव कर आंदोलन की चेतावनी दी। उपजिलाधिकारी करहल अनिल कुमार कटियार ने बताया। प्रकरण संज्ञान में आया था हमनें लेखपाल को भेजा था कुछ साफ सफाई कराई गयी है।मैने तहसीलदार को बोला है बो वहां कुछ प्रोगाम लगाएंगे जो उचित निस्तारण होगा बो कराया जाएगा ।