अयोध्या(जनमत):- अयोध्या धाम में राम मंदिर निर्माण के दूसरे चरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। तो वही फरवरी माह से मिर्जापुर व जसवंतपुर के ग्रेनाइट पत्थरों से प्लिंथ का निर्माण प्रारम्भ किया जाएगा।जिससे दिसम्बर 2023 तक श्री रामलला को अपने स्थाई मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कर दिया जाए।राम मंदिर निर्माण में 40 फूट ऊंची चट्टान का निर्माण कराया गया जिस पर फाउंडेशन के दूसरे चरण में 5 फुट ऊंचे राफ्ट का निर्माण किया जा रहा है।
इसके लिए निर्माण स्थल पर 32 ब्लाकों में कराया जा रहा है। जो कि लगभग 95 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। जिसके बाद मिर्जापुर से 3000 बलुआ पत्थर के ब्लाक व 4 हजार यसवन्तपुर के ग्रेनाइट पत्थरों से प्लिंथ का निर्माण किया जाएगा। जिसका कार्य फरवरी से शुरू किया जाएगा। तो वहीं मंदिर की सुरक्षा में पश्चिम व उत्तर दिशा की ओर रिटेनिंग वाल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दिया है।वही राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय के मुताबिक राम मंदिर निर्माण को लेकर चल रहे फाउंडेशन के सेकंड फेज में राफ्ट निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कुछ 5 से 10 अधिक कार्य शेष है।
जो कि जल्द पूरा कर लिया जाएगा। वहीं बताया कि इसके बाद प्लिंथ निर्माण का कार्य प्रारम्भ होगा। फरवरी के अंतिम सप्ताह में प्रारंभ कर दिया जाएगा कहा कि पत्थरों को उठाने के लिए ऊंचाई पर पत्थरों को रखने के लिए दो टावर क्रेन लगाया जा रहा है जिसमें एक पूर्वी दक्षिणी कोने पर और दूसरा पश्चिमी और उत्तरी कोने पर खड़ी हो गई हैं।चम्पतराय ने बताया कि हमारी इच्छा है कि दिसंबर 2023 में भगवान श्री राम लला अपने मूल गर्भगृह पर प्राण प्रतिष्ठित कर देंगे। इसके साथ मंदिर की सुरक्षा को लेकर भूमि के अंदर मिट्टी के कटान को रोकने वाली दीवार रिटेनिंग वाल की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं।