खरीदारी नहीं होने से नाराज़ सपा नेताओं ने डिप्टी आरएमओ कार्यालय में फेका “धान”… 

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चंदौली  (जनमत) :- यूपी के चंदौली से है जंहा जनपद में धान क्रय करने के लिए कुल 112 सरकारी क्रय केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन सदर तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांव में चार क्रय केंद्रों को बंद कर दिया गया है। इन्हीं क्रय केंद्रों को चालू कराने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह डब्लू लगातार तीन दिनों से सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। परंतु उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है और अफसर अपनी ही समस्या गिनाना शुरू कर दे रहे हैं। इन्हीं सब से नाराज समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्यनारायण राजभर की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता शनिवार को मुख्यालय स्थित जिला विपणन कार्यालय पहुंचे। जहां डिप्टी आरएमओ कार्यालय में नहीं मौजूद नही थे। नेताओं ने जिलाधिकारी, डिप्टी आरएमओ को फोन लगाकर वार्ता करने की कोशिश की। परंतु अफसरों ने सपा नेताओं का फोन नहीं उठाया तो लोगों बौखलाहट बढ़ गई।

वहीँ   नाराज नेताओं ने धान की एक बोरी को खोलकर के डिप्टी आरएमओ के कार्यालय में बिखेर दिया और उनकी कुर्सी टेबल और फाइलों पर भी धान फैला दिया। चेताया कि अगर जिले में सभी क्रय केंद्रों को सुचारू रूप से संचालित नहीं किया गया तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किसानों के सहयोग से बड़ा आंदोलन करने के लिए सड़क पर उतरेंगे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह डब्लू ने कहा कि अफसर बिचौलियों को फायदा पहुंचाने के लिए क्रय केंद्रों पर मनमाने ढंग से खरीद कर रहे हैं। ताकि से किसान परेशान हो और अपने उपज को बिचौलियों को औने पौने दामों में बेच सकें। कहा कि चंदौली को धान के कटोरा के रूप में जाना जाता है। लेकिन यहां धान की खरीद ही नहीं हो रही है और अफसर कागजों पर आंकड़ों को दुरुस्त कर रहे हैं। वही धरातल पर हकीकत कुछ और है और किसान परेशान होकर क्रय केंद्रों का चक्कर लगा रहा है। जिलाध्यक्ष सतनारायण राजभर ने कहा कि रानिया,ककरही, सुढना,और जमुड का क्रय केंद्र बंद करने का कोई औचित्य नहीं है। इन गांवों के सिवान में अधिक धान की उपज होती है। लेकिन किसानों को परेशान करने के लिए साजिश के तहत अफसर क्रय केंद्रों को एक के बाद एक बंद करा रहे हैं। बिचौलिए का हौसला इतना बुलंद है कि फुल्ली गांव के नाम से आवंटित क्रय केंद्र को अमवाल गांव में संचालित किया जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी अफसर मौन साधे हुए हैं।

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL..