लखनऊ(जनमत):- उत्तर प्रदेश में चुनावी विगुअल बजने के साथ ही सभी पार्टियों ने अपना जोर लगाना शुरु कर दिया है इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी ने 44 जिलों की 159 विधानसभा क्षेत्रों में टिकट वितरण के साथ नए सियासी समीकरण साधे| सपा ने कांग्रेस की पूर्व सांसद अनू टंडन के साथ सपा में आए अंकित परिहार को उन्नाव की भगवंत नगर और उषा मौर्य को फतेहपुर की हुसैनगंज और सपा-कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ने वाले रामेश्वर दयाल गुप्ता को बिंदकी से टिकट दिया गया है साथ ही साथ वरिष्ठ नेताओं के परिजनों, डॉक्टरों, व्यापारी और 11 महिलाओं को भी मैदान में उतारा है।
इनमें 4 महिला पहली बार मैदान में उतरी हैं। समाजवादी पार्टी ने इस बार डॉक्टरों को भी टिकेट दे कर मैदान में उतारा है जिस में फर्रुखाबाद के अमृतपुर से डॉ0 जितेंद्र यादव, मोहान से डॉ0 आंचल वर्मा, एत्मादपुर से डॉ0 वीरेंद्र सिंह चौहान और डॉ0 धर्म सिंह सैनी है। एटा से जुगेंद्र सिंह यादव और उनके बड़े भाई विधायक रामेश्वर यादव को अलीगंज से एक बार फिर से उतारा गया है। पीलीभीत के पूर्व विधायक प्रीतम की बहू आरती को पूरनपुर सीट से, पूर्व मंत्री मनोहर लाल निषाद के पौत्र अभिनव कुमार को उन्नाव से टिकट दिया है।
पूर्व सांसद चंद्रपाल के बेटे यशपाल यादव को बबीना से उतारा गया है। पार्टी ने पिछड़ी जाति के यादव, जाट, लोधी, पटेल, मौर्य, शाक्य और गुर्जर के साथ ही साथ अति पिछड़ी जाति के निषाद, धनगर समाज से जुड़े 63 लोगों को भी मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी इस रणनीति के जरिए बड़ी आबादी पर अपनी पकड़ मजबूत बनाना चाह रही है। पार्टी ने 28 वर्तमान विधायकों में से 21 को टिकट दिया जबकि आठ के क्षेत्र बदल दिए हैं।