देश/विदेश (जनमत) :- यूक्रेन की प्रथम महिला यानी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की पत्नी ओलेना जेलेंस्की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर भड़क गईं। ओलेना ने मीडिया में एक खुला पत्र जारी कर पुतिन पर यूक्रेन के निर्दोष नागरिकों के नरसंहार का आरोप लगाया है। ओलेना ने अपने खुले पत्र को ‘यूक्रेन से गवाही’ नाम दिया है। इसमें प्रथम महिला ने कहा, ‘यूक्रेन के लोग कभी हार नहीं मानेंगे, हथियार नहीं डालेंगे।’ ओलेना ने कहा कि उनके देश के साथ जो हुआ है, उस पर यकीन करना असंभव है। खुले पत्र का शीर्षक है ‘आई टेस्टीफाय’ यानी ‘मैं गवाही दे रही हूं।’ यह पत्र दुनियाभर के मीडिया को लिखा गया है। वहीँ मौजूद दौर में अगर साफ़ तौर पर देखा जाए तो ये भी नज़र आता है कि विश्व में बेहद सीमित देशों ने जहाँ यूक्रेन और रूस वार के बीच जहाँ खुलकर बात की अधिकतर पश्चिमी देशों ने वहीँ रूस के खिलाफ फिलहाल प्रतिबन्ध के अलावा और कुछ विशेष नहीं किया जा सका जिससे ये भी साफ़ हो जाता है कि अगर ऐसे ही और लड़ाई सामने आती है तो देखा यहीं जाएगा की न तो कोई विश्वशक्ति सीधे तौर पर किसी मामले में शामिल होती नज़र आएगी और ना आगामी युद्धों को रोकने में कथित विश्व शान्ति की संस्थाएं ही काम आने वाली है.
राष्ट्रपति जेलेंस्की की पत्नी फिलहाल कहां है, यह अभी पता नहीं चल सका है। पिछले सप्ताहांत उन्होंने कहा था कि उनका परिवार अब भी यूक्रेन में है। इसे मैसेजिंग सर्विस टेलीग्राम पर जारी किया गया है। पत्र में ओलेना ने लिखा कि क्रेमलिन स्थित प्रोपेगेंडा संस्थान, जो इसे ‘विशेष अभियान’ करार दे रहे हैं, के आश्वासन के बावजूद यूक्रेन के नागरिकों का नरसंहार किया गया।’ इसके साथ ही यूक्रेन की प्रथम महिला ने यह भी लिखा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के लोगों को कमतर आंका है, हमारे नागरिक बेमिसाल एकता प्रदर्शित कर रहे हैं। जंग में बच्चों की मौत की निंदा करते हुए ओलेना ने उन कुछ लोगों के नाम लिखे जो मर चुके हैं। उन्होंने लिखा कि कई दर्जन बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कभी शांति नहीं देखी। वहीँ ताज़ा खबरों के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमिर जेलेंस्की ने ऐलान किया है कि वो और उनका देश अब नाटो की सदस्यता नहीं लेना चाहता. ये कहीं न कहीं एक तरह से रूस के लिए सकारात्मक रुख जरूर हो सकता है.
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…