लखनऊ (जनमत):- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को जनपद हमीरपुर के सुमेरपुर में यूनिलीवर इंडिया लिमिटेड (एचयूएल) की नई इकाई स्प्रे ड्रायड डिटर्जेंट पाउडर निर्माण इकाई और वितरण केंद्र का लोकार्पण किया। लोकभवन में आयोजित इस कार्यक्रम में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के सीईओ और एमडी संजीव मेहता सहित नवलोकार्पित इकाई के कर्मचारी वर्चुअली जुड़े थे। नव लोकार्पित इकाई, एक अत्याधुनिक स्प्रे ड्राइड डिटर्जेंट फैक्ट्री है। यहां लोकप्रिय लॉन्ड्री ब्रांड ‘सर्फ एक्सेल’ सहित प्रमुख यूनिलीवर ब्रांड उत्पादों का निर्माण होगा।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस इस नई फैक्ट्री में ऑटोमेटिक स्टोरेज भी हैं और यह एक वितरण केंद्र के रूप में भी काम करेगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह उत्तर प्रदेश राज्य के लिए महत्वपूर्ण क्षण है। हमें खुशी है कि यूनिलीवर जैसी वैश्विक कंपनी ने हमारे राज्य को अपनी अल्ट्रा-मॉडर्न फैक्ट्री स्थापित करने के लिए चुना है। यह जानकर भी खुशी हो रही है कि यहां महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों को प्राथमिकता के साथ सेवायोजित किया जा रहा है। सुमेरपुर में इस बड़ी औद्योगिक इकाई का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें विश्वास है कि इस तरह के निवेश से क्षेत्र के समग्र विकास में मदद मिलेगी।
बुन्देलखण्ड के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर क्षेत्र में संयंत्र की स्थापना के लिए बुन्देलखण्ड वासियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कंपनी के सहयोग की सराहना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश का केवल औद्योगिक महत्व ही नहीं होता। यह अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ तो करता ही है, साथ ही रोजगार सृजन और समुदायिक विकास का सहज माध्यम भी बनता है। सुमेरपुर जैसे पिछड़े कहे जाने वाले क्षेत्र में यह संयंत्र प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर लाखों लोगों के रोजगार का माध्यम बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा की बुन्देलखण्ड में ऊर्जावान प्रतिभाएं हैं, पर्यटन की अपार संभावनाएं भी हैं। कभी सूखे की मार और पेयजल के लिए तरस रहे बुन्देलखण्ड में आज बड़ा बदलाव आया है।
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में यह उपेक्षित क्षेत्र आज विकास की एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। यहां दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाएं पूरी हुई हैं तो आजादी के अमृत वर्ष में हर घर नल का सपना भी पूरा होने जा रहा है। आज बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से औद्योगिक विकास की नई राह बनी है तो विगत 16 जुलाई को प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे यहां के विकास को रफ्तार देने वाला होगा। हम इसके किनारे औद्योगिक क्लस्टर बना रहे हैं। सुमेरपुर का यह प्लांट उसी कड़ी में एक कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस बुन्देलखण्ड से कभी निवेशक भागते थे, युवा पलायन करते थे, आज धरती का स्वर्ग बन रहा है।
नवलोकार्पित फैक्ट्री में मिशन शक्ति के तहत यहां बेटियों को अधिकाधिक मौका दिए जाने पर खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री ने यूनीलीवर समूह बधाई दी। मुख्यमंत्री ने फैक्ट्री स्थल से संयंत्र का परिचय करा रही बेटी के हौसलों की सराहना करते हुए कहा कि आज इन्हें मौका मिला तो यह खुद को साबित कर रही हैं। सरकार हर बेटी को उन्नति के अवसर दिलाएगी। यूनीलीवर इंडिया के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनीलीवर घरेलू प्रयोग की वस्तु बनाने वाली वैश्विक कंपनी है। ऐसे में बुन्देलखण्ड के किसानों के आय संवर्धन में कंपनी बड़ी भूमिका निभा सकती है।
यहां के किसान नवाचारों को अपनाने वाले हैं, यूनीलीवर इनके सहयोग से अनेक उत्पाद के लिए कच्चा माल प्राप्त कर सकती है। मुख्यमंत्री के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए एचयूएल के सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान यूनीलीवर का सम्बंध बहुत पुराना है। यह राज्य देश के दिलों में बसता है। अपनी जन्मभूमि होने के नाते से यूपी से अपने गहरे जुड़ाव की चर्चा करते हुए संजीव ने कहा प्रदेश के औद्योगिक माहौल की सराहना की और कहा कि देश-विदेश के निवेशकों को उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए वह निजी तौर पर सहयोग करने के इच्छुक हैं।
एचयूएल के सीईओ और एमडी संजीव मेहता ने कहा, “यूआईएल प्लांट को उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में आकार लेते देखना खुशी की बात है, एक ऐसा राज्य जहां हमारी कंपनी की महत्वपूर्ण उपस्थिति है। यह उत्तर प्रदेश राज्य के लिए यूनिलीवर की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है। उन्होंने अपने निवेश परियोजना को आत्मानिर्भर भारत के महान लक्ष्य में एक छोटा प्रयास बताया। नवलोकार्पित वितरण केंद्र की जानकारी देते हुए सीईओ संजीव ने कहा कि कंपनी ने यहां स्वचालित वितरण केंद्र स्थापित किया है, जो यूनिलीवर के लिए दक्षिण एशिया में अपनी तरह का पहला केंद्र है।
वितरण केंद्र सुरक्षित और निर्बाध संचालन के लिए नवीनतम सुरक्षा सुविधाओं से भी लैस है। नवलोकार्पित इकाई में वितरण केंद्र पर आपूर्तिकर्ताओं, लॉजिस्टिक ऑपरेटरों और विनिर्माण भागीदारों के एक बेहतर इकोसिस्टम तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि यूनिलीवर, स्थानीय लॉजिस्टिक्स बाजार को विकसित करने और प्रदेश में आपूर्तिकर्ता एकीकरण पहल के माध्यम से अपने आपूर्तिकर्ताओं और सहायक कंपनियों की संख्या बढ़ाने पर भी काम कर रही है। जिसका सीधा असर क्षेत्रीय आर्थिक विकास पर हो रहा है।सीईओ संजीव ने कहा कि कंपनी 2025 तक सुमेरपुर में ₹700 करोड़ से अधिक का निवेश करेगी, जिसमें स्प्रे ड्राइड डिटर्जेंट पाउडर प्लांट और वितरण केंद्र का उद्घाटन भी शामिल है।
एमडी संजीव मेहता ने कहा कि निर्माण इकाई के अलावा, एचयूएल ने नए संयंत्र के लिए सुरक्षा और पर्यावरण मानकों का खास ख्याल रखा है। इस विनिर्माण इकाई को जीरो कार्बन फुटप्रिंट के अनुसार डिजाइन किया गया है। ईंधन के रूप में बायोमास ब्रिकेट के उपयोग के माध्यम से, हम कम से कम 10 हजार किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होंगे। नवलोकार्पित फैक्ट्री की खूबियों की चर्चा करते हुए संजीव मेहता ने बताया कि यह फैक्ट्री व्यापक सामुदायिक उपयोग के लिए वर्षा जल एकत्र और संग्रहित करेगी, लैंडफिल में जीरो वेस्ट भेजेगी और बहुत जल्द सौर ऊर्जा उत्पादन भी शुरू करेगी।
संजीव मेहता ने कहा कि यह यूआईएल स्प्रे ड्राय फैक्ट्री दक्षिण एशिया में यूनिलीवर की पहली फैक्ट्री है, जहां कर्मचारियों में लैंगिक संतुलन का खास ध्यान रखा गया है। मुख्यमंत्री जी की भावना के अनुरूप संचालित उत्तर प्रदेश सरकार के ‘मिशन शक्ति’ के तहत 70 फीसदी कर्मचारी के 101 महिला कर्मचारियों को काम पर रखा गया है। जल्द ही 153 और महिला कर्मचारियों की भर्ती होने जा रही है। इसी तरह, इकाई में दिव्यांग जनों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। यूनीलीवर इंडिया के एमडी और सीईओ ने कहा “उत्तर प्रदेश में हमारा नवीनतम कारखाना यूनिलीवर के लिए विश्व स्तर पर अति-आधुनिक निर्माण में सबसे आगे है।
यहां लोगों की सुरक्षा, उत्पाद की गुणवत्ता, तकनीकी नवाचार, समय और पर्यावरण संतुलन के वैश्विक मानकों का ध्यान रखा गया है। सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि यूनीलीवर इंडिया अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के तहत, स्थानीय युवाओं को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करने और निवासियों की आजीविका बढ़ाने में मदद करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए कई गैर सरकारी संगठनों के साथ काम कर रही है। इसमें किसानों की आय में सुधार और स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण पर जागरूकता पैदा करने जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।
Posted By:- Amitabh Chaubey