फर्रुखाबाद (जनमत) :- जीवनदायनी कही जाने वाली गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर ने जिले के कई गाँव में तबाही मचा दी है. नदी में लगातार हो रही पानी की बढ़ोतरी से पानी खतरे के निशान की तरफ लगातार बढ़ता जा रहा है. जिससे अमृतपुर और शमसाबाद के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। इसी के साथ बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है जिसके और बढ़ने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। गंगानदी की कटान से अब जंजाली नगला खतरे भी आ गया है। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों की नींद हराम हो गयी है। गांव में करीब 40 घर हैं और 500 की आबादी है। जिसके बाद मेहनत से बनाये हुए अपने आशियाने को लोग खुद तोड़ने को मजबूर हो गएँ है.
आपको बता दे कि नरौरा बांध से गंगा में एक लाख नौ हजार 233 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पांच दिन से लगातार एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर 136.90 मीटर पर पहुंच गया है। जबकि खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के करीब 2 दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गांव कटरी तौफीक व अचानकपुर में गलियों में पानी भरा होने के साथ 14 घरों में पानी घुस गया है।
वहीँ ग्रामीणों के मुताबिक नदी से खेत मकान में तेजी से कटान हो रहा है। जिसकी वजह से जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. इसे लेकर कई बार अधिकारियो से शिकायत की गयी पर कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। हालाँकि अधिकारी आते है और मदद की बात कहकर चले जाते है। वही गांव चौरा से बांसखेड़ा जाने वाली सड़क पर करीब दो फीट पानी बह रहा है। इसी वजह से करीब एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी भरा होने से समस्या बेहद जटिल हो गयी है. घरों में रोजमर्रा की वस्तुएं लाने में दिक्कत हो रही है। शमसाबाद-शाहजहांपुर के मुख्या मार्ग पर पानी बहने से वाहन नहीं निकल पा रहे हैं. वहीँ हालात इतने गंभीर हो गएँ हैं की लोग कुछ अपने आशियाने को तोड़ रहें हैं. जिससे इलाके के दर्जनों लोग बेघर हो गए हैं और इन दिनों सड़क किनारे पॉलीथिन डालकर जीवन यापन करने को मजबूर हैं.अगर समय रहतें जिम्मेदारों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले दिनों में हालत और भी बद्दतर हो सकतें हैं. और जनहानि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
REPORT- VARUN DUBEY…
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…