प्रतापगढ़ (जनमत):- पीसीएफ के बड़नपुर व खजोहरी स्थित गोदाम से करीब साल भर पहले करोड़ों रुपये की डीएपी और यूरिया का गबन किया गया था। इस मामले में जिलाधिकारी डॉ0, नितिन बंसल के आदेश पर गोदाम के भंडार नायक संतोष कुमार सहित अन्य पर गबन का मुकदमा नगर कोतवाली में दर्ज कराया गया था। पुलिस भंडार नायक सहित तीन आरोपितों को जेल भेज चुकी है। अब पुलिस ने बुधवार को फर्रूखाबाद से इस घोटाले के आरोपित पीसीएफ के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
पूरा मामला जनवरी 2022 का है गेहूं की बोआई के दौरान डीएपी का संकट हुआ तो पता चला कि पीसीएफ के गोदाम से भेजे गए ट्रक साधन सहकारी समितियों पर पहुंचे ही नहीं। इस बीच पीसीएफ गोदाम का भंडार नायक संतोष कुमार गायब हो गया। जांच के बाद पीसीएफ जिला प्रबंधक धनंजय तिवारी ने भंडार नायक संतोष तिवारी के खिलाफ नगर कोतवाली में 15 जनवरी को गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने विवेचना की तो कई नाम प्रकाश में आए।
पूर्व जिला प्रबंधक धीरेंद्र कुमार के साथ ही तत्कालीन प्रयागराज क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार को भी आरोपित बना दिया। बाद में शासन ने इन्हें निलंबित कर दिया लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ सके। शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह ने बताया कि एसआई सतीश यादव, राजकुमार मिश्र के नेतृत्व में पुलिस टीम आरोपित संजीव कुमार की तलाश में फर्रुखाबाद गई थी। वहां फतेहगढ़ कोतवाली इलाके में उन्हें आवास से गिरफ्तार कर मंगलवार रात यहां लाया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।