गोरखपुर (जनमत):- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि की महानवमी पर गोरखनाथ मंदिर में नौ कन्याओं का विधि-विधान के साथ पूजन किया और उनके पाँव पखारे | शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर सदियों से गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान के साथ गोरक्षपीठाधीश्वर के द्वारा पाँव पखार कर पूजन की परम्परा का निर्वहन होता चला आ रहा है | योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षपीठ स्थित भवन में विधि-विधान के साथ परंपरागत कन्या पूजन किया | उन्होंने माँ भगवती के नौ स्वरूपों की प्रतीक नौ कन्याओं, एक बटुक भैरव के पाँव पखारकर पहले पूजा-अर्चना की |
उसके बाद अपने हाथों से भोजन कराकर दक्षिणा के साथ उनकी विदाई की | इस दौरान मंदिर में पहुँची अन्य कन्याओं को भी उसी श्रद्धाभाव से भोजन कराया गया और विदाई की गई | इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी के ढाई साल बाद उल्लास के साथ शारदीय नवरात्र का पर्व मनाया जा रहा है | इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति की आराधना हमारे देश की संस्कृति है | नवरात्रि के नवें दिन कन्या पूजन का विधान है | मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेश और देशवासियों को नवरात्रि और विजयादशमी की बधाई देते हुए कहा कि शारदीय नवरात्रि की नवमी की तिथि है | देवी स्वरूपा नौ कन्याओं के पूजन का कार्यक्रम अभी सम्पन्न हुआ है |
सनातन हिन्दू धर्म की परम्परा में पर्व और त्योहारों के महत्व को रेखांकित करने वाला यह आयोजन मातृशक्ति के सम्मान से जुड़ा हुआ बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है | स्वाभाविक रूप से सनानत हिन्दू धर्म की परम्परा में इसे सर्वोच्च महत्ता दी गई है. किसी भी वर्ष में दो बार वासंतीय और शारदीय नवरात्रि के रूप में सभी हिन्दू धर्मावलंबी मातृ शक्ति के प्रति सर्वोच्च सम्मान व्यक्त करने के लिए इन आयोजनों के साथ जुड़ता है |