फर्रुखाबाद (जनमत):- यूपी के फर्रुखाबाद में जिले में एनजीओ के नाम पर बड़े पैमाने पर धांधली का मामला सामने आया है जिले के तथाकथित डॉक्टर महेंद्र गुप्ता के द्वारा जिले में नेत्र ज्योति के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है तथाकथित डॉक्टर महेंद्र गुप्ता जनपद में पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में छाए हुए हैं जिले के सीएमओ कार्यालय में पिछले 4 दिन पहले सीबीआई लिखी हुई गाड़ी के पहुंचने से जिले के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया |
स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने गाड़ी की गहनता से जानकारी जुटाई तो पता चला कि तथाकथित डॉक्टर के द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ के कार्य से यह गाड़ी सीएमओ कार्यालय के पिछले कई दिनों से चक्कर काट रही थी मामले की जानकारी जब जिले के जिलाधिकारी को दी गई तो जिलाधिकारी ने गाड़ी ब डॉक्टर महेंद्र गुप्ता के अस्पताल की जांच करने के लिए सीएमओ की टीम को कायमगंज अस्पताल में भेजा गया|
अस्पताल पहुंचे एसीएमओ राजीव रंजन गौतम ने जब अस्पताल की जांच की तो पता चला कि तथाकथित डॉक्टर महेंद्र गुप्ता के द्वारा संचालित अस्पताल पिछले कई सालों से रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया गया था रजिस्ट्रेशन की जानकारी अस्पताल मालिक के द्वारा न दे पाने के चलते एसीएमओ ने मौके पर अस्पताल में मिला ऑपरेशन थिएटर तत्काल प्रभाव से सील कर दिया और अग्रिम कार्यवाही होने तक अस्पताल में किसी भी मरीज को भर्ती न करने का आदेश दे दिया मामले की सूचना जब जिलाधिकारी को दी गई तो जिलाधिकारी ने तथाकथित डॉक्टर के द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ की भी जांच कराने के लिए टीम बना दी फिलहाल पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2022 तक कायमगंज सेवा समिति के द्वारा किए गए आंखों के ऑपरेशन में बड़े फर्जीवाड़े की आशंका को जाहिर किया है|
फर्रुखाबाद जनपद के कायमगंज कस्बे में कल्याणम सेवा समिति के द्वारा विगत 5 सालों में आंखों के ऑपरेशन कराने को लेकर कथित डॉक्टर के द्वारा बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है जिले के स्वास्थ्य अधिकारी मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं जिले के सीएमओ कार्यालय के द्वारा संचालित अंधता निवारण समिति के तहत मरीजो के निशुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए जाने के लिए फर्रुखाबाद जनपद समेत कानपुर नगर के डॉक्टर जवाहर लाल स्मारक नेत्र चिकित्सालय और कायमगंज के कल्याण सेवा समिति में मरीजों के विगत वर्ष आंखों के ऑपरेशन किए थे जानकारी के मुताबिक 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक के आंकड़ों के मुताबिक डॉ जवाहरलाल स्मारक नेत्र चिकित्सालय कानपुर नगर ने जिले के 766 और कायमगंज कस्बे के कल्याण सेवा समिति के द्वारा 2225 मरीजों की आंखों के ऑपरेशन एनजीओ के तहत किए थे|
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एनजीओ के ऑपरेशन पर गड़बड़ी होने की आशंका जताई उन्होंने एनजीओ के तहत ऑपरेशन कराने वाले मरीजों का सत्यापन कराने के आदेश दिए हालांकि अभी तक एनजीओ का भुगतान नहीं किया जा सका है लेकिन वर्ष 2021 22 में हुए सभी ऑपरेशन का भुगतान नहीं हुआ है लेकिन वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2022 के बीच में तकरीबन कल्याण सेवा समिति के द्वारा 7000 मरीजों के आंखों के ऑपरेशन का मामला सामने आया है जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक एनजीओ के द्वारा कराए जाने वाले ऑपरेशन में एनजीओ को एक मरीज पर 2000 का भुगतान किया जाता है जिसका कल्याण सेवा समिति के द्वारा बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की आशंका जिले के अधिकारियों को लग रही है|
जिले के एसीएमओ राजीव रंजन गौतम से जब मीडिया ने जानकारी ली तो एसीएमओ ने साफ तौर पर बताया की जिस अस्पताल को चलाने का वैध लाइसेंस भी जारी नहीं हुआ है तो इतने बड़े पैमाने पर विगत 5 वर्षों में ऑपरेशन कैसे कराए गए इस पूरे प्रकरण की स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से जांच कर रहा है फिलहाल पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं बही तथाकथित डॉक्टर महेंद्र गुप्ता का पिछले कई सालों से विवादों से गहरा नाता रहा है जिसमें डॉक्टर का वर्ष 2018 में समलैंगिक पॉर्न वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिसमें डॉक्टर बॉस का अस्पताल पूरे जिले में चर्चा का विषय बना रहा था तथाकथित डॉक्टर पर पिछले कई सालों में जिले में कई गंभीर आरोप लगने के बाद भी वही तक रसूक के चलते कोई कार्यवाही नही हुई है और अबैध रूप से अस्पताल की आड़ में खुले आम फर्जीबाड़े करने से वाज नही आ रहा है|