अलीगढ़ (जनमत):- अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज क्षेत्र के चौकी जलाली कस्बे के गांव बासित अली में रास्ते पर पशुओं को बांधने को लेकर दो पक्षों के बीच लोग आमने-सामने आ गए जिसके बाद रास्ते पर पशु बांधने को लेकर दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे और जमकर पथराव हुआ। दोनों पक्षों की तरफ से इस पथराव में दोनों पक्षों के घरों में पत्थरों का भरमार हो गई। घर की छतों ओर आंगन पत्थरों से भर गए। दो पक्षों में हो रहे पथराव के दौरान गांव के अंदर चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। पथराव के दौरान रास्तों से गुजर रहे लोगों ने एक दूसरे के घरों में छुप कर अपनी जान बचाई।
इस दौरान इस पथराव में एक ही पक्ष के महिलाएं सहित 5 लोग लहूलुहान होते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों का मेडिकल परीक्षण कराते हुए उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष की तरफ से 22 नामजद सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर करें 24 नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जबकि रास्ते पर पशु बांधने को लेकर पिछले 2 दिन से लगातार हो रहे इस पथराव के बाद गांव के अंदर तनाव का माहौल है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज क्षेत्र के गांव नगला बासितअली में गांव के रास्ते पर पशुओं को बांधने को लेकर जयवीर सिंह और विजेंद्र के बीच कहासुनी के बाद विवाद हो गया। जिसके बाद देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे और ईट पत्थर चलें इस दौरान पथराव में दर्जनों से ज्यादा लोग लहूलुहान होते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव के रास्ते पर पशुओं को बांधने को लेकर दो पक्षों में हो रहे पथराव के दौरान ग्रामीणों में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई ओर लोगों ने एक दूसरे के घरों में छुप कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा दो पक्षों के बीच पशु बांधने को लेकर गांव के अंदर हो रहे पथराव की सूचना थाना हरदुआगंज पुलिस को दी गई। पथराव की सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण किया गया।
वही इस पूरे मामले पर बासित अली गांव निवासी जयवीर सिंह का कहना है कि सोमवार को विजेंद्र और उसके परिवार के लोगों ने अपने घरों की छतों पर चढ़कर उनके ऊपर पशु बांधने को लेकर पथराव कर दिया। इस दौरान विजेंद्र और उसके परिवार की करीब दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं और परिवार के लोगों ने उनके ऊपर आधा घंटे से ज्यादा तक पथराव किया गांव के अंदर विजेंद्र और उसके परिवार के लोगों द्वारा किए जा रहे पथराव के दौरान ग्रामीणों ने और उसके परिवार के लोगों ने घरों के अंदर छुप कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद पीड़ित पक्ष के लोग तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे थे। लेकिन परिवार के कुछ संभ्रांत लोगों के कहने पर मुकदमा दर्ज नहीं कराया।
जयवीर सिंह का आरोप है कि जब वह लोग सुबह अपने घरों में सो रहे थे। उसी दौरान विजेंद्र और उसके परिवार के करीब दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने उनके घर पर लाठी-डंडों से लैस होकर सुबह करीब 4:00 बजे धावा बोलते हुए घर के अंदर सो रहे परिवार के लोगों पर जमकर लाठियां भांजी और मारपीट करने के बाद विजेंद्र और उसके परिवार के लोगों ने अपने घरों की छतों पर चढ़कर उनके घर पर हमला बोलते हुए ईट पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। विजेंद्र और उसके परिवार के लोगों द्वारा किए गए पथराव और हमले में उसके परिवार की ममता पत्नी धर्मवीर, अनीता पत्नी धनपाल,धनपाल सहित जयवीर सिंह पुत्र सरवन सिंह लहूलुहान होते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए।
जिसके बाद पीड़ित पक्ष के लोगों ने उनके घर में घुसकर हमला करने और पथराव करने के आरोप में दबंग बिजेंद्र सिंह समेत 22 नामजद लोगों सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए सभी घायलों का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। वहीं इस मामले में सीओ अतरौली विशाल चौधरी का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर तफ्तीश शुरू कर दी है। जबकि मामले में वैधानिक कार्रवाई प्रचलित है।