जिले के लोगों में उत्साह, जिले के नवाचार को मिली “पहचान”

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रामपुर (जनमत):- 21 अप्रैल 2023 का दिन जिले को एक बेहद महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाने वाला रहा है, जनपद ने बीते करीब 02 वर्षों में प्रगति के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अमिट पहचान बनाई है और नवीन कीर्तिमान स्थापित किया है। इन्हीं विशिष्ठ कार्यों के लिए सिविल सर्विसेज़ डे के अवसर पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम के दौरान जिले में नवाचार की श्रेणी में सराहनीय कार्यों के लिए जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ को देश के प्रधानमंत्री जी के द्वारा प्रधानमंत्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

जिले में कुपोषण उन्मूलन के लिए स्थानीय खाद्य उत्पादों से बनी हुई पोषण किट से कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए संवर्धन (वोकल फ़ॉर लोकल) की नवोन्मेषी पहल आज राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है।
जिले को मिलने वाले इस अवॉर्ड को लेकर अधिकारियों, संभ्रांतजनों और आमजनों में भी खासा उत्साह है।

20 और 21 अप्रैल को विज्ञान भवन में आयोजित प्रदर्शनी में भी दिखी संवर्धन (वोकल फ़ॉर लोकल) की झलक

सिविल सर्विसेज़ डे के उपलक्ष्य में आयोजित 2 दिवसीय प्रदर्शनी में संवर्धन (वोकल फ़ॉर लोकल) की थीम पर आधारित विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया।
प्रदर्शनी में देश के अलग अलग क्षेत्रों से आने वाले लोगों को नवाचार के बारे में जरूरी जानकारी मुहैया कराने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार और रामपुर कृषक- एफपीसी के प्रेसीडेंट अमित वर्मा उपस्थित रहे।

विकास भवन, कलेक्ट्रेट और सभी तहसीलों में कार्यक्रम का हुआ सजीव प्रसारण
सिविल सर्विसेज डे के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम का जनपद में विकास भवन, कलेक्ट्रेट और सभी तहसीलों में सजीव प्रसारण कराया गया।
विकास भवन सभागार में आयोजित सजीव प्रसारण कार्यक्रम में जिलाधिकारी के परिजनों के साथ साथ मुख्य विकास अधिकारी नंदकिशोर कलाल, सीएमओ एसपी सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे वही कलेक्ट्रेट में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व हेम सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन लालता प्रसाद शाक्यऔर नगर मजिस्ट्रेट सत्यम मिश्र सहित अन्य अधिकारी सम्मिलित हुए।

 

जिले में नवाचार को प्रभावी बनाने में आईसीडीएस, एफपीसी और ग्राम पंचायतों की रही अहम भूमिका

जिले में इंजीनियर अमित वर्मा और उनकी टीम द्वारा संचालित रामपुर कृषक एफपीसी द्वारा स्थानीय जैविक खाद्य उत्पादों और औषधीय गुणों वाली सामग्रियों को समाहित करते हुए पोषण किट तैयार करायी गयी थी।
विभिन्न चरणों में देश के प्रतिष्ठित डॉक्टरों एवं मेडिकल संस्थानों की जाँच प्रक्रिया के आधार पर स्वास्थ्य के प्रति अनुकूल पाए जाने पर जिला प्रशासन द्वारा कुपोषण उन्मूलन के लिए सरकारी प्रयासों के साथ ही अनुपूरक आहार के रूप में पूरे जिले में चिन्हित कुपोषित बच्चों को पोषण किट के सेवन के लिए आच्छादित किया गया।लगातार 03 माह तक बच्चों को सेवन कराने और उनकी एक्सपर्ट टीम से मॉनिटरिंग के बेहद सकारात्मक परिणाम मिले।

आज जिले के इस अभिनव पहल को प्रदेश के 11 जिलों के साथ साथ महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी लागू कराया गया है। जिलाधिकारी के निर्देशन में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार द्वारा इस अभिनव पहल को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। हर कुपोषित बच्चे के चिन्हीकरण के साथ ही नियमित रूप से पोषण किट की उपलब्धता और बच्चों की स्वास्थ्य की मॉनीटरिंग के साथ साथ समय से निर्धारित धनराशि का एफपीसी को भुगतान की पारदर्शी प्रक्रिया प्रभावी बनाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ग्राम पंचायतों द्वारा भी इस अभिनव पहल को लेकर रुचि दिखाई गयी और अपनी ग्राम पंचायत के कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने की जिम्मेदारी उठाते हुए ग्राम पंचायत निधि से नियमानुसार भुगतान किया जा रहा है।

Reported By :- Abhishek Sharma

Published By :- Vishal Mishra