बरेली (जनमत):- आधुनिकता का आवरण ओढ़े इज्जतनगर मंडल की शान इज्जतनगर रेलवे स्टेशन से आज कौन परिचित नहीं है। स्टेट ऑफ आर्ट पूर्नविकास के उपरांत यह स्टेशन सभी को अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम है। दूर-दराज ख्याति प्राप्त करने के उपरांत आधुनिकता के कलेवर को और चटक रंग देने के लिए इसे भारतीय रेलवे द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल किया गया है। झुमका नगरी, नाथ नगरी एवं जरदोजी नगरी के नाम से प्रख्यात बरेली शहर में यह स्टेशन स्थित है। बरेली को बाँस बरेली के नाम से भी जाना जाता है। बरेली शहर का धार्मिक महत्व होने के कारण खास स्थान है। नाथ सम्प्रदाय के 5 प्राचीन मंदिरों से घिरे होने के कारण बरेली को नाथ नगरी कहा जाता है। इसी शहर में सुप्रसिद्ध आला हजरत दरगाह स्थित है। इसलिए बरेली को ’’बरेली शरीफ’’/शहर- ए-आला हजरत भी कहा जाता है।
ज्ञातव्य हो कि 1936 में रोहिलखंड कुमायूँ द्वारा इज्जतनगर रेलवे स्टेशन को आइलेंड रेलवे स्टेशन के रूप में बनाया गया था। जिसका पुनर्निमाण का कार्य 2016 में हाथ में लिया गया। पुनर्निमाण का कार्य के अंतर्गत मुख्य प्रवेश स्टेशन भवन का निर्माण जिसमें दो पोर्टिको, प्रतीक्षालय और अंदर से मौजूदा भवन का पुनर्विकास, सामने के अग्रभाग का विकास आदि किया गया। तत्पश्चात् यात्री कक्ष, पीआरएस बुकिंग काउंटर, प्रतीक्षालय आदि सहित द्वितीय प्रवेश के नवीन भवन का निर्माण सम्पन्न किया गया। प्लेटफार्म सं. 1 से 4 तक जाने के लिए पैदल उपरिगामी पुल का निर्माण किया गया। सभी प्लेटफार्मों को हाई लेवल करने के बाद प्लेटफार्म छाजन की व्यवस्था की गई। लाइन संख्या 1 पर वॉशेबल एप्रन का निर्माण किया गया। प्लेटफार्म संख्या 1 एवं 4 पर पीपी शेल्टर के अंदर ग्रेनाइट फर्श और पीपी शेल्टर के बाहर वीडीसी फर्श का निर्माण किया गया।
प्लेटफार्म संख्या 4 पर बरेली सिटी छोर पर पे एंड यूज शौचालय एवं दोहना छोर पर सामान्य शौचालय का निर्माण किया गया। लाइन संख्या 4 पर यार्ड ड्रेन के साथ वॉशेबल एप्रन का निर्माण किया। स्टेशन के दूसरे प्रवेश द्वार पर कैब वे का निर्माण किया गया। द्वितीय प्रवेश द्वार की ओर बिटुमेन रोड (1000 मीटर लंबी और 10.5 मीटर चैड़ी) का निर्माण किया गया। प्रथम प्रवेश द्वार की ओर कैब वे का निर्माण (बिटुमेन रोड और वीडीसी फ्लोरिंग) किया गया। प्लेटफार्म संख्या 1 पर एस्केलेटर की व्यवस्था की गई। स्टेशन के प्रथम प्रवेश पर सेल्फी प्वाइंट एवं 100 फीट ऊंचे भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का प्रावधान किया गया। स्टेशन के दोनों सिरों पर प्लेटफार्म कनेक्टिंग पाथवे के निर्माण के साथ सैलून साइडिंग में निर्माण कार्य किया गया। उक्त कार्यों में रुपयें 16 करोड़ 13 लाख 27 हजार की अनुमानित लागत आयी।
फिर भी यात्री सुविधाओं के विस्तार को विराम ने देकर इज्जतनगर रेलवे स्टेशन को रेलवे बोर्ड द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चयनित कर आधुनिकता को बढ़ाने के उद्देश्य से लगभग 1 से 1.5 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अनेक कार्य की किए जायेंगे। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर प्रथम चरण में प्रमुख रुप से प्रकाश व्यवस्था के नए सेट द्वारा स्टेशन के अग्रभाग पर प्रकाश व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा। सर्कुलेटिंग एरिया में फ्लड लाइट के लिए दो नग हाईमास्ट लाइटों के साथ-साथ लगभग 10 पोल लाइटें भी लगाई जायेगीं। स्टेशन परिसर में वाहनों के व्यवस्थित एवं सुगम आवाजाही के निमित कर्बस्टोन लगाकर अलग-अलग लेन बनाये जायेंगे। दो, तीन व चार पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए ग्रिल फेंसिंग पार्किंग मैनेजर हट सहित अतिरिक्त पक्के एरिया की व्यवस्था की जाएगी। स्टेशन की पूर्व दिशा में स्थित सैलून साइडिंग के क्षेत्र में भू-परिदृश्य को हरित बनाकर व कम ऊँचाई की फेंसिंग लगाकर फब्बारा लगाया जाएगा।
आर.आर.आई. भवन के निकट आधुनिक शौचालय ब्लाॅक बनाए जायेंगे और सर्कुलेटिंग एरिया, प्लेटफार्म, बुकिंग हाल के लिए बेहतर साइनेज प्रदर्शित किए जायेंगे। मिनी शेल्टर में प्रकाश, पंखा तथा आवश्यकतानुसार सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा। सम्पूर्ण स्टेशन को सीसीटीवी सर्विलांस प्रणाली से युक्त करने के साथ-साथ प्रतीक्षालयों को इंफोटेनमंट मानिटर से सुसज्जित किया जाएगा। स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार भवन पर सौर ऊर्जा पैनल लगाये जायेंगे। द्वितीय चरण में प्लेटफार्म संख्या 4 पर स्वचालित सीढ़ियाँ तथा प्लेटफार्म संख्या 2 व 3 पर लिफ्ट लगाई जायेगी। बाउंड्री वाल का कुछ हिस्सा जो नीचा है, उसे ऊँचा किया जायेगा। ये कार्य पूर्ण हो जाने के उपरांत जहाँ एक ओर स्टेशन पर आधुनिक सुख-सुविधाओं का विस्तार होगा वहीं दूसरी ओर रेल यात्रियों को सुखद, आरामदायक एवं स्मर्णीय रेल यात्रा का अनुभव मिलेगा।