ललितपुर (जनमत):- सरकार की महत्वपूर्ण मनरेगा योजना के तहत गांव की महिला किसान के खेत पर बंधी निर्माण कराने का कार्य स्वीकृत किया गया था । जिसकी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान, सचिव, ग्राम पंचायत अधिकारी और जेई को सौंपी गई थी। लेकिन ग्राम प्रधान ने अधिकारियों की मिलीभगत से बंधी निर्माण ना कराकर उसकी स्वीकृत धनराशि फर्जी दस्तावेजों के बल पर निकालकर बंदरबांट कर हजम कर ली और महिला किसान को समझा-बुझाकर चलता कर दिया। जिसके बाद पीड़ित महिला किसान ने डीएम को शिकायती पत्र देकर उक्त मामले में कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग उठाते हुए बंदी निर्माण कराए जाने की मांग उठाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड बिरधा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सतरवांस निवासी महिला किसान श्रीमती मनोज कुमारी पत्नी स्वर्गीय परमानंद ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित कर जिला अधिकारी एवं प्रखंड विकास अधिकारी के नाम एसडीएम को बंधी निर्माण घोटाले के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा। दिए गए ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि शिकायतकर्ता के पास अपनी पुश्तैनी जमीन का एक छोटा सा टुकड़ा है, जिस पर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण मनरेगा योजना के तहत एक बंधी का निर्माण कराया जाना कार्य योजना सन 2021-22 में स्वीकृत किया गया था। उसके खेत पर बंधी का निर्माण 4.50 लाख रुपयों की धनराशि से मनरेगा योजना के तहत कराया जाना था।
खेत पर बंधी निर्माण कराने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान अज्जुद्दी बरार, रोजगार सेवक खिलान पुत्र गोपाल अहिरबार, ग्राम पंचायत अधिकारी और जेई को सौंपी गई थी। जबकि उसके खेत पर पुरानी बंधी पड़ी हुई थी। ग्राम प्रधान के साथ सभी चारों लोगों ने मिलकर उसकी खेत पर बनाई जाने वाली बंदी की स्वीकृत धनराशि को अवैध तरीके से कार्य पूरा करवाने की रिपोर्ट लगाकर कार्यरत मजदूरों की फर्जी हाजिरी दिखाते हुए निकाल कर हजम कर ली। बंधी निर्माण की 4:30 लाख की धनराशि चारों लोगों ने बंदरबांट कर अपने अपने स्वार्थ सिद्धि में लगा दी जबकि उसके खेत पर किसी भी तरह का कोई निर्माण नहीं कराया गया है इतना ही नहीं बंद ही निर्माण ना होने के कारण हो रही बरसात से उसके खेत की मिट्टी पानी के बहाव के साथ वह गई है जिस कारण उसका खेत जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है खेत के क्षतिग्रस्त होने के कारण वह खेत पर फसल नहीं हो पाई जब कारण खुशी और उसके बच्चों का जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है|
इतना ही नहीं जब उसने वक्त मामले में संबंधित अधिकारियों से शिकायत की तब उन्होंने काम कराने का आश्वासन तो दिया लेकिन काम नहीं कराया। शिकायती पत्र के माध्यम से उसने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि सरकार की महत्वपूर्ण योजना में संबंधित ग्राम प्रधान के साथ अधिकारियों ने घोटाले बाजी की है जिस कारण उसका जीवन संकट में आ चुका है इस ज्ञापन के माध्यम से उसने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उसकी बंदी का निर्माण यथा शीघ्र कराया जाए ताकि वह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सरकार की योजनाओं का लाभ ले सके। इस मामले में अधिकारियों ने मामले की जांच करा कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
Reported By:- Surya Kant Sharma
Posted By:- Amitabh Chaubey