फर्जी हॉस्पिटल का बड़ा “कारनामा”…

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सिद्धार्थनगर (जनमत):– सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जबसे मुख्यमंत्री बने हैं स्वास्थ्य को लेकर बहुत गंभीर दिखे हैं, जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति का इलाज कुशल डॉक्टर के द्वारा किया जाए। वही जनपद सिद्धार्थनगर में सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधा ना होने से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है, और मरीजों को मोटी रकम भी चुकानी पड़ रही है।

जनपद सिद्धार्थनगर में सैकड़ों अस्पताल ऐसे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन है ही नहीं और डॉक्टर भी बिना डिग्री के इलाज कर रहे हैं, कितने लोगों की इलाज के दौरान मौत हो जाती है। यह सोचने वाली बात होगी। सिद्धार्थनगर जनपद में एक मामला ऐसा आया कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के डिलीवरी के लिए विद्या हॉस्पिटल बर्डपुर में अल्ट्रासाउंड करवाता है तो वहां दो बच्चे होने की रिपोर्ट दी जाती है.

वही जब आशा हॉस्पिटल बर्डपुर में ही मरीज का अल्ट्रासाउंड होता है तो वहां भी दो बच्चों का रिपोर्ट दिया जाता है, मरीज के पति द्वारा अपनी पत्नी का प्रसव करवाने के लिए आशा हॉस्पिटल बर्डपुर में मरीज को एडमिट करता है वहीं अस्पताल संचालक द्वारा बाहर से डॉक्टर बुलवाकर मरीज का ऑपरेशन करते हैं तो आप्रेशन में एक ही बच्चा निकलता है। वही जब मरीज के पति के द्वारा अपनी पत्नी को देखने के लिए पति अंदर जाना चाहता है तो उसे अंदर नहीं जाने दिया जाता है, लगभग 2 घंटे बाद मरीज के पति को उसे पास ले जाया जाता है और उससे बताया जाता है कि एक ही बच्चा ऑपरेशन में निकला है। जिसको सुनकर मरीज के पति का हाल बुरा होता है, वह कहता है कि अल्ट्रासाउंड में जब दो बच्चे थे तो आप्रेशन में कैसे एक बच्चा आया जिसको लेकर मरीज के परिजन अस्पताल पर काफी हंगामा काटते हैं। और मरीज के परिजन जिसकी शिकायत थाना मोहाना व मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिद्धार्थनगर से करते हैं। वही मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा मामले की जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर सुबोध चंद्रा को मौके पर भेजते हैं जहां डॉक्टर के द्वारा जांच करने पर रिपोर्ट के आधार पर दो बच्चे होने की बात कही जाती है।

वही जांच करने गए डॉक्टर ने बताया कि मामले को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के संज्ञान में दे दिया गया है जिसमें एक टीम का गठन कर के मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी वही दोषी पाए जाने पर अस्पताल के संचालक के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। अब आगे देखना यह होगा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा अस्पताल के संचालक पर क्या कार्यवाही की जाती है।

REPORT- DHARMVEER SINGH..

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…