अलीगढ़ (जनमत):-UCC कानून को मुसलमानों और शरीयत के खिलाफ बताए जाने के बाद मौलाना अब्दुल कासमी के इस बयान पर भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान ने पलटवार किया है। भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान ने मौलाना कासमी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मौलाना के द्वारा यूसीसी कानून को लेकर दिया गया बयान बिल्कुल गलत है। ओर ये उनकी अपनी सोच है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
वही भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान का कहना है कि UCC जो कानून लाया जा रहा है, ये कानून मुस्लिम महिलाओं के लिए बहुत ही अच्छा है। इस कानून से मुस्लिम बहन बेटियों को बहुत बड़ा फायदा मिलने वाला हैं। जिन मुसलमान महिलाओं को उनके शौहर के द्वारा तलाक ओर बच्चे पैदा नहीं होने पर छोड़ दिया जाता है। इसके बाद इन मुस्लिम महिलाओं को परेशानियों से गुजरना पड़ता है। लेकिन इस कानून के लागू किए जाने के बाद अब ऐसा नहीं होगा। ओर इस कानून के बाद न मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक दिया जाएगा और ना अत्याचार होगा। अगर ऐसे में किसी मुस्लिम महिला के बच्चे नहीं होते हैं, तो वह बच्चे गोद लेकर अब अपनी जिंदगी अच्छे से गुजर बसर कर सकती है।
वहीं भाजपा नेत्री ने कहा कि हमारे हिंदुस्तान में हिंदू मुस्लिम को लेकर किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं हैं। लेकिन UCC समान नागरिक बिल को लेकर ही क्यों भेदभाव किया जा रहा है।जबकि इस UCC बिल मुसलमान महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद बिल हैं, ओर इससे मुस्लिम महिलाओं को बहुत फायदा मिलने वाला है। जो महिलाएं आज परेशान हैं और उनको न्याय नहीं मिल पा रहा है। परेशान महिलाओं को बहुत फायदा होगा। जिसके चलते हैं उन्होंने इस बिल का समर्थन करते हुए लोगों से अपील की। कि सभी लोग इस UCC बिल का समर्थन करें,ओर मिलजुल कर इसको स्वीकार करें,जिस कानून को सरकार लेकर आई हैं।
वही मौलाना के द्वारा हुजूर में ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं से शादी करने के बयान पर रूबी आसिफ खान कहा कि हुजूर में तो बहुत कुछ फरमाया गया है,लेकिन हुजूर की फरमाई गई बातों को लेकर कहा चल रहे हैं, ये मौलाना ही है जो हिंदू मुस्लिम की बातें करते हैं,ओर हिंदू मुस्लिम के बीच भेदभाव पैदा करते हैं,ओर मुसलमानों को भड़का दिया हैं,ऐसा कुछ नहीं है,
मुसलमान दो शादियां करें,तीन शादियां करें ये उनकी शरियत में 7-7 शादियां कर रहे हैं। ऐसे में उन्होंने मौलाना को नसीहत देते हुए कहा कि अगर ये लोग 7-7 शादियां करने के बजाएं अगर हमारी एक ही बहन बेटी को इज्जत के साथ रखें,तो इन मौलानाओं को ये हजूर नहीं फरमाया, हुजूर ने ये कहा था इनसे की उन पर अत्याचार करना ओर शादियां करके उन्हें तीन तलाक देना,ओर जब बच्चें न पैदा हो तो उन्हें छोड़ देना। ये सिर्फ ऊपर वाले की मर्जी होती हैं,ओर कुछ अपने ऊपर भी चला जाता है जैसा कि आज दुनिया में हो रहा है। जितने कम बच्चें होंगे उनकी अच्छे से परवरिश होगी, अच्छे से पढ़ाई लिखाई होगी,लेकिन शरियत को लेकर किसने क्या कहा ऐसा कुछ नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं इस UCC समान नागरिक बिल का खुलकर समर्थन करती हूं, और लोगों से भी अपील करती हूं कि इसको स्वीकार करते हुए अपनी जिंदगी खुलकर जिए। क्योंकि हमारा देश एक आजाद और स्वतंत्र देश है इसमें हम सब को जीने का अधिकार है।
वहीं रूबी आसिफ खान ने मुस्लिम मौलानाओं को आड़े हाथों लेते हुए लोगों से अपील की कि ऐसे मौलानाओं की बातों में ना आए, क्योंकि ऐसे मौलानाओ का काम ही भड़काने का हैं,अगर ये मौलाना लोगों को भड़काना छोड़ देंगे तो इनकी दुकानें बंद हो जाएंगी। अगर सभी लोग इसी तरह एक बंन कर रहे तो।
Reported By:- Ajay Kumar
Posted By:- Amitabh Chaubey