हाथरस (जनमत):- शहर के गेस्ट हाउस ओर रेस्टोरेंट जिस्मफरोषी के अड्डे बनते जा रहे है। इस घिनोने काम के लिये किसे दोषी ठहराया जाये। होटल, रेस्टोरेन्ट संचालको को, या फिर इसमे लिप्त युवक युवतियो को, या पुलिस को जिसके हाथ मे रहता है कानून का डंडा ?ऐसा ही एक विडिओ ट्विटर पर एक चैनल के हेंडल से लगाया गया है अवैध रूप से शबाब और शराब के साथ अश्लील नृत्य परोशा जा रहा है, जिससे आस पास का माहौल भी गन्दा हो रहा है और पुलिस प्रशासन की भी ईमानदार छवि पर जनता प्रश्न चिन्ह लगा रही है? ट्विटर पर जो वीडियो लगाया गया है वह थाना कोतवाली क्षेत्र के होटल का बताया जा रहा है ?हेंडल के माध्यम से उत्तर प्रदेश पुलिस आदि को टैग करते हुए होटल के अंदर मुजरा करते हुए कई लड़कियों को दिखाया गया है ,इतना ही नहीं अश्लील नृत्य के साथ शराब भी परोसी जा रही है तो कुछ लोग लड़कियों पर पैसे भी लुटाते हुए दिख़ रहे है ?
दिखने में तो खाना खाने वाले होटल हैं, लेकिन इन होटलो में खाना खिलाने के साथ ही शौकीन लोगों को शराब पिलाई जाती है? और होटलों में तो शबाब भी परोसा जाता है?सूत्र बताते है कि शबाब के शौकीनों के लिए इन होटलों में अलग से कमरे के इंतजाम भी है?व्हाट्सएप एवं वॉयस कॉल के जरिये ग्राहकों तक लड़कियों की फोटो भेजी जाती है। 5000 रूपये से लेकर 10 हजार रूपये तक का सौदा होता है। ग्राहकों तक लड़कियों को पहुंचाने का काम दलाल का होता है और कुछ ग्राहक से सीधा संपर्क कर लेती हैँ। होटल की संलिप्तता बिचौलिये के तौर पर होती है?
शहर मे बेखौफ जिस्मफरोशी का कारोबार चल रहा है। मजे की बात यह है कि गंदा है पर धंधा है कि तर्ज पर चलने वाला यह अवैध कारोबार पूरी तरह से शहर के अधिकतर होटलों से चलता है? संचालकों के हौसले बुलंद है? इन धंधेबाजो को न तो पुलिसिया कार्रवाई का खौफ है और न सामाजिक हनन की चिंता? तभी तो इस धंधे मे लिप्त धंधेबाज बडी ही निर्लजता से कहते है साहब ‘‘ गंदा है पर धंधा है?
Reported By:- Homesh Kumar Mishra
Posted By:- Amitabh Chaubey