सहारनपुर (जनमत):- एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उत्तरप्रदेश द्वारा प्रदूषण फैलाने और पर्यावरण को दूषित करने के चलते जनपद की उद्योग इकाइयों (होजरी उद्योग) को चेतावनी भरे नोटिस जारी करने के बाद अब उन्हें बंद करने की कार्यवाही शुरू कर सकता है – पानी के सैंपल फेल आने के चलते सभी उद्योगिक इकाइयों पर दस हजार रुपए प्रतिदिन की पेनल्टी लगाने के साथ ही कारण बताओ नोटिस 26जून को जारी किये गये थे|
– सूत्रों की माने जिस जवाब में प्रदूषण विभाग को अरोड़ा होजरी – जय-जय टेक्सटाइल – अनमोल टेक्सटाइल – शाह इंडस्ट्रीज – आरके टैक्सटाइल – सिद्धार्थ टेक्सटाइल और एक्शन टेक्सटाइल द्वारा विभाग के अनुरुप प्लांट को चलाने का लिखित में आश्वासन दिया गया था – लेकिन समय सीमा बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है – जिसको लेकर अब एनजीटी विभाग और पर्यावरण विभाग कड़ी कार्रवाई करने के मूड में है – कार्रवाई से बचने के लिए औद्योगिक इकाइयों के स्वामी हजारों की संख्या में मजदूरों के बेरोजगार होने की दुहाई देकर राजनेताओं से लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं|
स्टार पेपर मिल पर भी पर्यावरण विभाग की ओर से लग चुका है भारी भरकम जुर्माना – जबकि स्टार पेपर मिल द्वारा कागजों में हर वर्ष हजारों पौधों का रोपण किया जाता है – जबकि हकीकत यह है की इन पौधों को कभी बढ़ते हुए नहीं देखा गया|
Reported By:- Anil Verma
Posted By:- Amitabh Chaubey