अलीगढ़ (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना टप्पल क्षेत्र के कस्बा टप्पल स्थित जमुना खंड इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के द्वारा हिंदू छात्र-छात्राओं को हाथ में कलावा और माथे पर कुमकुम का टीका लगाए जाने को लेकर तुगलकी फरमान सुनाया गया था। जबकि स्कूल में हाथों मे कलावा और माथे पर टीका लगाकर पहुंचने वाले छात्रों को पकड़कर प्रधानाचार्य के द्वारा मारा पीटा गया और उनके हाथों में बंधे कलावे को खुलवाया गया। इसके साथ ही छात्रा साक्षी ने अपने प्रधानाचार्य पर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रधानाचार्य ने उससे कहा कि सनातनी स्कूल में मत दिखाओ अगर उन्हें सनातनी दिखानी है तो अपने घर दिखाओ।
आरोप था कि इस दौरान प्रधानाचार्य ने उसको प्रधानाचार्य कार्यालय के अंदर बुला कर करीब 2 घंटे तक कार्यालय में खड़ा करके रखा गया था इसकी शिकायत उसके द्वारा घर पहुंच कर अपने परिवार के लोगों से की गई थी।जबकि कलावा और टीका लगाने के मामले को तूल पकड़ता हुआ देख प्रधानाचार्य ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने छात्र-छात्राओं से हाथों में पहने कड़े और फेंशी ब्रेसलेट उतारने के लिए कहा गया था। वही इस मामला पर जमुना खंड इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल रामेश्वर दयाल ने कलावा और टीका हटाने के विवाद पर सफाई दी है. प्रिंसिपल रामेश्वर दयाल ने कहा है कि जो छात्र लोहे के कड़े और फैंसी ब्रेसलेट पहन के आते हैं उनको अनुशासन के तहत मना किया गया था, क्योंकि बच्चे कभी आपस में झगड़ा करते हैं तो कड़ा मार देते हैं। जिससे चोट लग सकती है।
इसलिए लोहे के कड़े उतरवाते हैं. उन्होंने कहा कि कलावा उतारने के लिए नहीं कहा था कड़ा उतारने के लिए कहा था. उन्होंने कहा कि बच्चों को मिसअंडरस्टैंडिंग या गलतफहमी हुई है. इसी को लेकर थाने में तहरीर दी है . उन्होंने कहा कि तिलक और क्लावा को लेकर विद्यालय में कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी धर्म जाति के बच्चे यहाँ पढ़ रहे हैं। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने को लेकर ज्ञापन दिया है । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शुभम ने कहा कि मेरे संज्ञान में मामला आया था । जमुना खडं इंटर कॉलेज में कलावा और टीका विवाद का मामला सामने आया था यहां मामला फर्जी पाया गया ।
Reported By:- Ajay Kumar
Posted By:- Amitabh Chaubey