अलीगढ़(जनमत). उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के थाना क्षेत्र के गांव ऊंटवारा में केन्द्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल में तैनात एनएसजी कमांडो रंगम चौधरी न पारिवारिक क्लेश में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह पुत्र के कमरे में गई मां ने अपने कमांडो पुत्र को फांसी पर लटका देखा तो चीख पुकार करती हुई बेहोश हो गई। पुत्र की मौत से परिवार में कोहराम मच गया।
देर सांय सीआईएसएफ के अधिकारियों ने घटनास्थल पर आकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।उटवारा निवासी टेकचन्द्र पुत्र वीरेन्द्र सिंह के तीन पुत्रों में सबसे छोटा 27 वर्षीय रंगम चौधरी सीआईएसएफ में एनएसजी कमांडो था।आठ वर्ष पूर्व उसकी शादी इगलास के गांव हरकन्ना नगला निवासी विमलेश देवी से हुई थी। दो बच्चा होने के बाद भी परिवार में शान्ति नही थी। विमलेश देवी ने एक वर्ष पूर्व अपने मायके में जाकर पति व ससुरालीजनों पर दहेज उत्पीडन का मुकदमा दर्ज कराया था। तभी से पति पत्नी में मनमुटाव चल रहा था। विमलेश द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमे में बुधवार को पिता टेकचन्द्र अपनी जमानत कराने अलीगढ स्थित कोर्ट गये थे। वहां पहले से मौजूद विमलेश ने ससुर के साथ अभद्रता व गाली गलौज की थी।
जिसकी सूचना पर गुरूवार को नोएडा में डयूटी कर रहा एनएसजी कमांडो रंगम चौधरी गांव उटवारा आया। पिता द्वारा पत्नी के अमर्यादित व्यवहार की बात सुनकर वह व्यथित हो गया। रात्रि 12 बजे तक माता पिता के साथ बातचीत कर दूसरी मंजिल स्थित कमरे में सोने चला गया। सुबह रंगम जव उठकर नही आया तो उसकी मां सत्यवती कमरे में पहुंची तो रंगम चुन्नी के सहारे गाटर के कुंदे पर मृत अवस्था में लटका हुआ था। परिवार के होनहार पुत्र को फांसी के फन्दे पर झूलता देख मां सत्यवती की चीख निकल गई और वह बेहोश हो गई। परिवार व पडौस के अन्य लोगों की मदद से रंगम के शरीर को उतार कर पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमाटम के लिये भेज दिया। देर सांय मृतक के चचेरे भाई कपिल ने मुखाग्नि दी। बाद में नोएडा स्थित सीआईएसएफ कार्यालय से आये अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी ली। मृतक के पिता टेकचन्द्र ने पुत्रबधु शिवा, साले चक्रवीर व सास ओमवीर के खिलाफ कोतवाली खैर में अभियोग दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है|