हाथरस (जनमत):- स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों के द्वारा अपनी जिम्मेदारी निभाने में उदासीनता व हीरा हवाली के चलते जिम्मेदारों की मिलीभगत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सरकार के जीरो टारलेंस के प्रयास किए जाने के बाद भी खुलेआम विभिन्न योजनाओं के नाम पर कुछ मातहतों के द्वारा अपने स्तर से निजी विभिन्न सरकार के द्वारा जनहित योजना के क्रियान्वयन करने व कराने के नाम पर अवैध बसूली का खेल फिलहाल वर्तमान में जोरों पर चल रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर के अंदर विभिन्न योजनाओं के नाम पर क्षेत्र की जनता के अलावा अपने ही विभाग के मातहतों से भी अवैध बसूली करने में भी कोई हिचक संकोच महसूस नही की जाती है। जब किसी भष्टाचार रूपी अवैध बसूली का वीडियो सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफार्म पर वायरल होने लगता है। तो संबधित विभाग के जिम्मेदारों के द्वारा अपना पल्ला झाड़ने के लिए या तो मामला संज्ञान में नही होने का हवाला देते हुए कार्यवाही से बचने का प्रयास करते हैं या फिर जांच के दौरान पीड़ित व्यक्ति या कर्मचारी पर दबाव बनाकर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जाता है।
ऐसा ही एक मामला हाथरस जंक्शन कोतवाली क्षेत्र के जलेसर मार्ग स्थित गांव महौ में स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात स्थापित एक कम्प्यूटर कक्ष में कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर कार्यरत एक स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारी वर्ग के चहेते के द्वारा आशा कार्यकत्रियों से मानदेय के लिए मासिक भुगतान के वाउचर स्लिप जमा करने के नाम पर दो सौ से लेकर पांच सौ रूपए की बसूली करने का दो मिनट व्यालीस सेकंड व बीस सेंकेंड के दो वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर वायरल होता हुआ दिखाई व सुनाई पड रहा है।उक्त वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ. पंकज कुमार उक्त अवैध बसूली के वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए वीडियो वाटस अप भेजने की बात कहते हुए वीडियो देखने के बाद ही कोई जानकारी देने के बारे में जानकारी देते हुए सुनाई पडे।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महौ पर तैनात एक प्राइवेट कर्मचारी के तौर पर तैनात कर्मचारी के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की मुख्य ग्रामीण सम्पर्क सूत्र धारक महिला कार्यकत्री आशाओं को दो माह से मासिक भुगतान नही मिल पाने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर के एक कक्ष में तैनात कम्प्यूटर आपरेटर का कार्य देखने वाले काले रंग की हाफ टीशर्ट पहने मोहित नाम के कर्मचारी युवक के द्वारा आशा कार्यकत्रियों से मासिक भुगतान के वाउचर स्लिप जमा करने के नाम पर पांच सौ रूपए तक की अवैध रूप से बसूली करने का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर जमकर वायरल हो रहा है।
महौ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात आशा कार्यकत्रियों में से आशा मालती देवी व सुधा देवी ने बताया कि उन्हें पिछले दो माह से लगातार भागदौड़ कर कार्य करने व गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी कराए जाने के बाद उन्हें मासिक मानदेय का भुगतान नही किया गया है।मासिक भुगतान दिलाए जाने के नाम पर मासिक वाउचर स्लिप जमा करने के नाम पर वीसीपीएम के पद पर हाल ही में तैनात हुए कर्मचारी के इशारे पर पांच पांच सौ रुपए की बसूली की जा रही है। जब उन्होंने रूपए देने से मना किया। तो वीसीपीएम स्तर के उक्त कर्मचारी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उक्त कर्मचारी के द्वारा साफ कह दिया कि अगर नौकरी करोगे।तो रूपए देने पडेगे।वही इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ.पंकज कुमार ने बताया कि उक्त वीसीपीएम के पद पर हाल ही में तैनाती हुई है।जबकि आशा कार्यकत्रियों से मासिक मानदेय भुगतान के नाम पर वाउचर स्लिप जमा करने के लिए बसूली किए जाने के किसी भी वीडियो के वायरल होने के मामले की उन्हे कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई वीडियो वायरल हो रहा है तो उस वीडियो की क्लिप मेरे वाटस अप भेज दीजिए। वीडियो देखने के बाद ही मै कोई जानकारी दे पाऊंगा।
Reported By:- Homsh Mishra
Posted By:- Amitabh Chaubey