बॉलीवुड (Janmat News): वेब प्लेटफॉर्म को वैसे तो बॉलीवुड का प्रतिद्वंदी माना जाता है। कहा जाता है कि इससे बॉलीवुड की व्यूअरशिप को गहरा असर पड़ा है लेकिन हर चीज का अगर कोई नुकसान है तो कुछ फायदा भी होता है। यह प्लेटफॉर्म बॉलीवुड की उन फिल्मों के लिए वरदान साबित हो रहा है, जिन्हें दर्शकों ने सिनेमाघरों में नकार दिया है।
जानिए इन फिल्मों के बारे में…
- पिछले साल रिलीज हुई विशाल भारद्वाज की पटाखा ने सिनेमाघरों से 7 करोड़ 96 लाख रुपए का कलेक्शन किया।
- इस साल रितेश बत्रा की फोटोग्राफ आई और इंडियन सिनेमाघरों में महज सवा करोड़ ही कमा पाई।
- इसी तरह यशराज की ठग्स ऑफ हिंदोस्तान बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी थी।
- सलमान की मल्टीस्टारर रेस 3 भी उम्मीद के मुताबिक सिनेमाघरों से उतना नहीं कमा पाई थी।
इन सभी फिल्मों से जुड़ी सबसे खास बात यह है कि इन्हें वेब प्लेटफॉर्म्स ने बचा लिया। सिनेमाघरों में रिलीज होने से पहले ही वेब प्लेटफॉर्म्स से इन फिल्मों की डील हो जाती है और वहां से मेकर्सकोॉ मोटे पैसे मिल जाते है।
डिजिटल पर इतने में बिकी ये फिल्म
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- अनारकली ऑफ आरा 2.5 करोड़, नेटफ्लिक्
- ठग्स ऑफ हिंदोस्तान 45 करोड़, अमेजन प्राइम
- रेस 375 करोड़, अमेजन प्राइम
- लाल रंग 2 करोड़,नेटफ्लिक्स
- पटाखा 9 करोड़, अमेजन प्राइम
- फोटोग्राफ 8 करोड़, अमेजन प्राइम
बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप नेटफ्लिक्स हुई ये फिल्में अलग-अलग डिजिटल प्लेटफॉर्मपर कुछ इतने रेट्स में बिकीं।
फिल्मों को होते हैं ये फायद
- सिनेमाघरों में फीका रिस्पॉन्स मिला। कमाई कम हुई, मगर उन्हें वेब प्लेटफॉर्म्स ने खरीदकर खासी राहत दी।
- हॉल में भले ही कम दर्शक मिले हों पर वेब पर काफी दर्शक मिल जाते हैं।
- मेकर्स की डील फिल्म रिलीज होने से पहले ही हो जाती है। ऐसे में फ्लॉप का फर्क नहीं पड़ता।
गेम ओवर भी कर सकती है रिकवर
तापसी पन्नू की हालिया रिलीज ‘गेम ओवर’ के साथ भी ऐसा ही कुछ होने की उम्मीद है। सधी हुई फिल्म होने के बावजूद सिनेमाघरों में इसे उम्मीद के मुताबिक कम दर्शक मिल रहे हैं। मगर जानकारों की मानें तो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसकी अच्छी डील हो रही है। यह फिल्म वहां से रिकवर कर सकती है।
पटाखा और फोटोग्राफ को मिला अच्छा रिस्पॉन्स
पटाखा और फोटोग्राफ दोनों ही फिल्मों में काम कर चुकीं सान्या मल्होत्रा कहती हैं, यह बात सच है कि दोनों ही फिल्मों को सिनेमाघरों में कम दर्शक मिले हैं, मगर इससे निराशा नहीं हुई। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दोनों ही फिल्मों को दर्शक मिल गए। पटाखा के बाद मैं जहां कहीं गई, लोग मुझे सान्या नहीं छुटकी के नाम से बुलाते थे। ठीक इसी तरह फोटोग्राफ के बाद भी हुआ। जाहिर है वेब प्लेटफॉर्म के चलते अब फिल्में मरती नहीं हैं।’
बड़ी हो सकती थी स्त्री की डील
फिल्म स्त्री की रिलीज से पहले वेब प्लेटफार्म से 8 करोड़ में डील तय हुई थी पर रिलीज होने के बाद इस फिल्म ने 175 करोड़ रुपए तक की कमाई की। अगर यह डील फिल्म रिलीज के बाद होती तो यकीनन ही मेकर्स को वेब प्लेटफॉर्म से ज्यादा पैसे मिलते।
Posted By: Priyamvada M