अलीगढ़(जनमत ) :- यूपी में जंगलराज बा बुलडोजर वाले बाबा की सरकार में सच्चाई दिखाने वाले पत्रकारों पर एक के बाद एक बदमाशों के द्वारा कातिलाना हमला करने के साथ ही लूट जैसी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। लेकिन कलम के सिपाहियों पर बदमाशों द्वारा किए जा रहे हमले के बाद जहां एक तरफ यूपी सरकार शांत हैं तो वहीं सरकार के सरकारी नुमाइंदे पत्रकारों पर हमला करने वाले बेखौफ बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए नजर नहीं आ रहे ऐसा ही एक मामला अलीगढ़ जिले में देर रात देखने को मिला है जहां बेखौफ बदमाशों ने सच्चाई दिखाने वाले पत्रकार को रास्ते में रोकते ही कनपटी पर तमंचा लगाते हुए मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया गया पुलिस लुटेरों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय लुटेरों को बचाने में ज्यादा जुटी रही 112 नंबर पर फोन कॉल कर अपने साथ हुई घटना की जानकारी देने के बावजूद भी पत्रकार की शिकायत पर थाना हरदुआगंज थाना अध्यक्ष के द्वारा कार्यवाही नहीं की गई।
आपको बता दें अलीगढ़ में कुछ दिन पहले बदमाशों के द्वारा खुलेआम भारत समाचार के पत्रकार को गोली मारने की वारदात का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि देर रात एक और पत्रकार की कनपटी पर तमंचा लगाते हुए बेखौफ बदमाशों ने मोबाईल लूट की वारदात करने के साथ तमंचे की नोक पर धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। पीड़ित पत्रकार ने अपने साथ हुई घटना की सूचना 112 नंबर पर पुलिस को फोन कर दी गई। लेकिन पुलिस नींद से नहीं जागी थाने में शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने पत्रकार की कनपटी पर तमंचा लगाकर मोबाइल लूटने वाले आरोपी को गिरफ्तार करना तो दूर उसके खिलाफ कार्रवाई करना भी मुनासिब नहीं समझा।थाने से लुटेरों के खिलाफ कारवाई ना होता देख पीड़ित पत्रकार ने एसएसपी के दरबार में पहुंचकर उसके साथ तमंचे की नोक पर मोबाइल लूट की वारदात देने वाले आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पत्रकारों के ऊपर हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला कुछ दिन पहले थाना अकराबाद क्षेत्र का है। जहां एक लुटेरे के द्वारा मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। जिसके बाद मोबाइल लूटकर भाग रहे एक लुटेरे को ग्रामीणों ने पकड़कर पिटाई कर डाली और पिटाई के बाद लुटेरे की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने लुटेरों की पिटाई कर हत्या करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया था। पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि मृतक लुटेरे के भाई चमन के द्वारा फोन कर उसके भाई के मामले से जुड़ी सभी वीडियो वापस करने की मांग की गई थी।
पीड़ित पत्रकार बंटी ने जब वीडियो देने से इंकार कर दिया तो मृतक लुटेरे के भाई चमन ने अपने साथियों के साथ मिलकर देर रात तमंचे की नोंक पर उसका रास्ता रोक लिया और कनपटी पर तमंचा लगाकर मोबाइल लूटने की वारदात को अंजाम देने के बाद धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। पीड़ित पत्रकार ने 112 नंबर पर अपने साथ हुई घटना की सूचना पुलिस को फोन कर दी गई। लेकिन पीड़ित पत्रकार को थाने से न्याय ना मिलता देख पीड़ित ने अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर एसएसपी से दबंगों के खिलाफ कार्यवाही करने की गुहार लगाई। पत्रकार के साथ हुई घटना के बाद क्षेत्रीय पत्रकारों में भी काफी आक्रोश देखने को मिल रहा हैं।
Reported By- Ajay Kumar
Published By- Vishal Mishra