लखनऊ(जनमत).लखनऊ की साइबर सेल ने ऐसे जालसाज को गिरफ्तार किया है जो सड़क परिवहन निगम ,पतंजलि आयुर्वेद और सिटी ट्रांसपोर्ट में लोगो को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था। बारहवीं पास गिरफ़्तार आरोपी दुर्गेश कुमार शमरा उर्फ़ कुणाल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ का रहने वाला है। आरोपी के कब्जे से भारी संख्या में फर्जी नियुक्ति पत्र, फर्जी ट्रेनिंग लेटर, फर्जी एडमिट कार्ड, नियुक्ति पत्र जारी करने के लिए प्रिंटेड पीले लिफाफे, 3 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप भी पुलिस को बरामद हुआ है।
लखनऊ साइबर सेल के नोडल अधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी दुर्गेश शर्मा अखबारों में फ़र्ज़ी नियुक्तियों के लिए विज्ञापन देता था और अपना नम्बर भी देता था। विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नम्बर पर बेरोजगार लोग नौकरी की आस में फ़ोन करते थे तब आरोपी उनसे पंजीकरण करने के लिए कहता था और फिर अपने खातों में 500 रुपये जमा कराता था। जालसाजी का सिलसिला यही नहीं थम जाता। रजिस्ट्रेशन के नाम पर 5 सौ रूपये की उगाही करने के बाद आरोपी बेरोजगारों को फ़र्ज़ी नियुक्ति पत्र भी जारी कर देता था और इसके लिए भी 10000 रुपये के हिसाब से एक व्यक्ति से खातों में जमा करा लेता था। कई लोगों ने जब फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर राजय सड़क परिवहन के कार्यालय में सम्पर्क किया तब जाकर जालसाजी के इस गोरखधंदे का खुलासा हो पाया। ीजिसके बाद परिवहन विभाग के अधिकारी की ओर से हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
साइबर सेल के नोडल अधिकारी के मुताबिक आरोपी अब तक लखनऊ,गोरखपुर इलाहाबाद और वाराणसी में हजारों लोगो से लाखो रुपये की ठगी कर चुका है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने ठगी के लिए कई फ़र्ज़ी मेल आईडी भी बनाई थी। इस मामले में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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