शाहजहाँपुर (जनमत ) :- खबर उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहाँपुर से निकल कर आ रही है | जहाँ एक दिल को दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया है | आपको बता दे कि सगे तहेरे भाईयों ने दूसरों को फंसाने के उद्देश्य से 7 वर्षीय मासूम को मौत के घाट उतार दिया है | दरअसल मामला कांट थाना क्षेत्र के मीरवैश्यपुर गाँव का है | जहाँ का रहने वाला 7 साल का उत्तम शनिवार को लापता हो गया था | उस समय उत्तम के परिजन किसी रिश्तेदार के घर गए हुए थे | जहाँ ग्रामीणों और परिजनों ने रात भर बच्चे को तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला | मासूम का शव मिलने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा था लापता हुए 7 साल के बच्चे की कथित रूप से तंत्र-मंत्र के चलते निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई और पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच -पड़ताल शुरू कर दी थी | उसके बाद रविवार शाम को बच्चे का शव गाँव से काफी दूर गेहूं के खेतों में पड़ा मिला है |
बच्चे के दांत टूटे हुए थे और उसके शरीर में सुई जैसी नुकीली चीज चुभोई गई थी | उसकी एक चप्पल श्मशान घाट में और दूसरी मंदिर में पड़ी मिली थी | ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं, अंधविश्वास के चलते इस वारदात को अंजाम तो नहीं दिया गया | लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जाँच पड़ताल शुरू की तो दिल को दहला देने वाली कहानी सामने आई भाई ने ही अपने चहेरे भाई को मौत के घाट उतार दिया वह भी महज अपने विरोधियों को फंसाने के लिए मासूम को मौत के घाट उतार दिया मृतक मासूम उत्तम सिंह निवासी ग्राम मीरवैश्यपुर थाना कांट जनपद शाहजहाँपुर की हत्या का 48 घण्टे के भीतर सफल अनावरण करते हुए प्रशान्त व पंकज को तमंचा कारतूस तथा आलाकत्ल सरिया सहित गिरफ्तार किया गया । अभियुक्तगण के विरुद्ध अपराध मे धारा 34/302/201/363/364/342 भादवि की वृद्धि की गयी तथा गिरफ्तार कर न्या0 रवाना किया जा रहा है । पूछताछ से अभियुक्त प्रशान्त ने बताया कि अपनी दुशमनी निकालने के चक्कर मे अपने ही चचेरे भाई उत्तम की हत्या कर दिया । गाँव की एक लडकी से तीन साल पहले दोस्ती हो गयी थी । जिससे मेरा मिलना जुलना था । मैने उसे एक मोबाइल भी खरीद कर दिया था । विवाद होने के बाद मैने उससे अपना फोन वापस ले लिया तो वह मुझ से झगडा करने लगी । वह अपने ननिहाल (मेरे गाँव ) मे अपने मामा के पास रहती है । इनके मामा लोगों ने मेरी शिकायत की थी और पैसा लेकर सुलह समझौता किया । फिर उसके मामा लोगों ने अपने भूसे मे खुद ही आग लगा दिया और आरोप मेरे ऊपर लगा दिया तो मुझे फिर तीस हजार रूपये देने पड़े । पूछताछ पर बताया कि लड़की के मामा लोग उसके परिवार से रंजिश मानते है चूंकि लड़की ने प्रशान्त को बलात्कार मे फंसाने की बात की तो प्रशान्त डर गया और अपने चचेरे भाई पंकज के साथ मिलकर उस लड़की और उसके मामा लोगों को जेल भिजवाने की योजना बनाने लगा । प्रशान्त ने पंकज के साथ मिल कर यह प्लान बनाया कि किसी लड़के की हत्या कर के इन लोगों को फसा दिया जाये ।
मृतक उत्तम के पिता नन्हे बहुत सीधे साधे है जो कि प्रशान्त की बात पर अन्धा विश्वास करते है । जो प्रशान्त कहता है वो बात नन्हे मान लेता है । प्रशान्त ने नन्हे की सीधाई व सराफत का फायदा उठाया और सोचा कि अगर वह नन्हे के लडके उत्तम को मारेगा तो अपने विपक्षीगण को आसानी से फँसा देगा । इसी योजना के तहत प्रशान्त ने सोचा कि इनके लड़के को मारेगें तो हम जिसको चाहेगें उसको फसवा देगें यदि किसी और को मारेगें तो वह अपने विरोधियो को नहीं फसा पायेगे । प्रशान्त अत्यन्त शातिर व मास्टरमाइण्ड किस्म का व्यक्ति है जो कि पढ़ा लिखा नहीं है । शिवरात्री के दिन दिनाक 18.2.2023 को मृतक के पिता चाचा व परिवार के अन्य लोग जलालाबाद मे रिस्तेदारी मे मिट्टी मे गये थे तो प्रशान्त ने पंकज को बुला कर बात किया और चाचा के सात वर्षीय लडके उत्तम को बुलाया और पचास रूपये दिया और राजगुटखा लाने को भेजा तथा उसे कहा कि दस रूपये मे तुम कुरकुरे भुजिया खा लेना और उसे नाले के पास गन्ने के खेत के पास बुलाया । गन्ने का खेत गाँव से लगभग एक किमी दूर नाले के किनारे सुनसान जगह पर है और वहाँ पर बहुत कम लोगो का आना जाना रहता है । उत्तम प्रशान्त को भाई मानकर उसपर विश्वास करता है । इस लिये उसके पास चला गया । उसको गुटखा नही मिला तो पैसा लौटा दिया । इसके बाद प्रशान्त और पंकज ने शाम तक अंधेरा होने तक उसको वहीं पर गन्ना चुसने और इधर- उधर की बातों में उलझाये रखा बीच – बीच मे जब वह घर जाने की बात करता तो उसको तमंचे से डरा धमका कर वह लोग उसे चुप करा देते थे ।
जैसे ही अंधेरा हुआ वैसे उसको दोनों लोग खीच कर नाले मे ले गये और टांट के बोरे के ऊपर पटक कर नुकीली सरिया से उसके गर्दन व पेट तथा गुप्तांग पर कई वार कर हत्या कर दी । जब अंधेरा हो गया तो दोनों ने उसी बोरे मे लपेट कर अंधेरे मे उसकी लाश को ले जाकर गेहूँ के खेत मे डाल दिया तथा किसी को शक न हो इसलिये वह दोनों उत्तम को तलाशने में गाँव वालों के साथ लगे रहे । प्रशान्त के पास कोई फोन नहीं आया था फिर भी उसने अगले दिन अपने चाचा से झूठ बोलकर यह कहा कि उसके फोन पर दो नम्बरो से कॉल आयी है और फोन करने वाले ने यह कहा कि उत्तम को उसकी प्रेमिका(लड़की ) के मामा लोग ले गये है और खुद लगातार अपने चाचा और चाची को गुमराह करने मे लगा रहा सूचना मुखबिरी तथा सर्विलांस के आधार पर ज्ञात हुआ कि प्रशान्त के फोन पर कोई फोन नहीं आया था । उसके मोबाइल को चैक किया गया तो उसमे कई आपत्तिजनक एप , चैटिंग, एप्लिकेशन, फोटो , डाउण्लोड और हटायी गयी थी व कुछ नम्बरो की स्क्रीनशोट लिये गये थे । पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान भी पंकज और प्रशान्त लगातार चोरी छिपे बाते सुनने का प्रयास करते रहते थे जिससे शक गहरा होता गया ।
दिनांक 21.02.2023 को सर्विलांस व मुखबिरी के आधार पर मीरवैश्यपुर मदनापुर रोड के पास से पंकज और प्रशांत को गिरफ्तार किया गया । प्रशांत के कब्जे से 315 बोर तमंचा कारतूस बरामद हुआ । यह दोनों इतने शातिर है कि हत्या करने के बाद दोनों अलग – अलग दिशाओं मे चले गये । पंकज घटना मे प्रयुक्त बोरा तथा मृतक की एक चप्पल को मरघट पर डाल दिया ताकि पुलिस और लोगों को तांत्रिक क्रिया का शक हो घटना को तंत्र क्रिया का रुप देने के लिये ही नुकीली सरिया से उत्तम के शरीर व गुप्तांग पर सात आठ गहरे घांव किये गये और दाँत भी तोड़ दिया गया | इसके अलावा प्रशान्त घटना मे प्रयुक्त सरिया को अकेले ले जाकर गैंहू के खेत मे छिपा आया और दोनो ने योजना बनायी कि अगर पुलिस पकड़े तो दोनों ही अलग – अलग झूठा बयान दें ताकि पकड़े न जा सकें और वह लोग बच जायें । पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर प्रारम्भ में दोनों लोग विरोधाभासी बयान देते रहे और बेगुनाह लोगों का नाम लेकर गुमराह करने की कोशिश करते रहें ।