लखनऊ (जनमत):- भाजपा सरकार के कसीदें पढ़ने वाले और हमेशा एक विशेष धर्म समुदाय के खिलाफ विवादित बयान देने वाले उत्तरप्रदेश शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिज़वी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। यह एफआईआर केन्द्रीय जाँच एजेंसी सीबीआई ने लखनऊ और प्रयागराज में वक्फ की सम्पतियों में हुए घोटाले के मामले में दर्ज की है।
मामले में वक्फ बोर्ड के दो अफसरों समेत कुल 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वक्फ सम्पत्तियों में हुए घोटाले की जाँच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले में सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज करने से बौखलाएं वसीम रिज़वी का आरोप है कि धर्म गुरु कल्वे जव्वाद के इशारे पर सीबीआई ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
अपने बयान का एक वीडियो जारी कर यूपी शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिज़वी ने धर्म गुरु कल्वे जव्वाद को मामले का दोषी करार दिया है। बयान में वसीम रिज़वी ने आरोप लगाया है कि मुल्ला कल्वे जव्वाद के कहने पर सीबीआई जाँच का आदेश हुआ है। वसीम रिज़वी का कहना है कल्वे जव्वाद के अलावा किसी अन्य ने उन पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए है। वसीम रिज़वी का कहना है कि उन्होंने कल्वे जव्वाद के खिलाफ कार्रवाई की है इसलिए उनपर एफआईआर हुई है।
वसीम रिज़वी का आरोप है कि धर्म गुरु कल्वे जव्वाद ईरानी एजेंट है और वह ईरान से पैसा लेकर कश्मीरी आतंकियों की मदद करते है। दावा किया है कि इनके पास इस बात के पुख्ता सुबूत भी है। जारी वीडियो के अंत में वसीम रिज़वी ने कहा है कि मौलाना कल्वे जव्वाद हुकूमत को गुमराह करने में कामयाब हो गए जिसका नतीजा उनके खिलाफ सीबाआई जाँच है। इस बात का उत्तर प्रदेश शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिज़वी ने अफसोस भी जताया है।
वसीम रिज़वी के खिलाफ सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज करने के मामले में सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने भाजपा की योगी सरकार पर निशाना साधा है। अनुराग भदौरिया का कहना है कि योगी सरकार के बीत चुके कार्यकाल के दौरान वसीम रिज़वी पर एफआईआर दर्ज कराने की याद नहीं आई, अब चला – चली की बेला है तो दिखाने के लिए भस्टाचार पर एफआईआर की है। सपा प्रवक्ता का दावा है कि 2022 में भाजपा की सरकार नहीं रहेगी इसलिए दिखावे के लिए मामले में भ्रस्टाचार पर इवेंट वाली एफआईआर हुई है।
बता दे कि कभी वक्फ सम्पत्ति से जुड़े विवादों में तो कभी धर्म समुदाय विशेष को निशाना बनाने संबंधित विवादित बयानों में वसीम रिज़वी हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहे है। भाजपा सरकार की तारीफ में कसीदें पढ़ना तो उनकी फितरतों में एक फितरत मानी जाती है। विवादित बयान और एक ख़ास राजनीतिक पार्टी के पक्ष में बयान देने के चलते वसीम रिज़वी को जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है। धमकी मामले में वसीम रिज़वी की ओर से एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। इसके अलावा वसीम रिज़वी ने रामनगरी अयोध्या से संबन्धित एक फिल्म भी बनाई थी जिसका नाम था राम जन्मभूमि।
हालांकि सुर्खियों की हसरत रखने वाले वसीम रिज़वी की कोई तरकीब काम नहीं आई और राज्य सरकार की सिफारिश पर उनके खिलाफ अंत में लखनऊ और प्रयागराज में हुए वक्फ संपत्ति घोटाले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इस बात का वसीम रिज़वी ने अब अफसोस भी जताया है।