अलीगढ़/जनमत 11 अक्टूबर 2024। उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ थाना देहली गेट इलाके में एक तलाकशुदा महिला से चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने पर पति द्वारा अपनी पत्नी के ऊपर केरोसिन डालकर जिंदा जलाए जाने के कई दिन बाद उसकी उपचार के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत होने का मामला सामने आया है। जलाए जाने के बाद उसकी मौत होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीड़ित मायके पक्ष के लोगो की तहरीर पर आशिक मिजाज दामाद सहित ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच में जुटी है।
दरअसल यह पूरा मामला थाना देहली गेट इलाके के एडीए कॉलोनी शाहजमाल का है। जहां पति के मोहल्ले की ही रहने वाली एक तलाकशुदा महिला के साथ चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने पर अपने परिवार के लोगों के साथ मिलकर अपनी पत्नी के ऊपर तेल डालकर जिंदा जला दिया गया। पति द्वारा जिंदा जलाए जाने के चलते उसकी उपचार के दौरान दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। विवाहिता बेटी की मौत की सूचना पर मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंचे और अपने दामाद सहित ससुरालीजनों पर बेटी को जिंदा जलाकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी।
मृतका आसिफा की शादी थाना देहली गेट इलाके के एडीए कॉलोनी निवासी शाहजमाल निवासी युवक मुइनुद्दीन उर्फ फौजी पुत्र डॉक्टर सलीम के साथ 2016 में मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार संपन्न की गई थी। शादी में करीब 20 लाख रुपया खर्च किए गए थे। आरोप है कि करीब 1 साल पहले आसिफ़ और नईमुद्दीन उर्फ फौजी के बीच झगड़ा होने लगा। पता चला कि मुईन के जंगलगढ़ी निवासी एक तलाकशुदा महिला सोनी पुत्री हानिका के साथ नाजायज संबंध चल रहे थे।
यही वजह है कि महिला के साथ चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने की बात पति को नागवार गुजर रही थी। जिसके बाद नईम ने अपने परिजनों के साथ मिलकर उसकी बहन को रास्ते से हटाने के लिए 8 अक्टूबर की देर शाम करीब 8 बजे आसिफा के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जला दिया। वही मायके पक्ष के लोगों को बिना सूचना दिए एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। आरोप है कि जिंदा जलाए जाने की सूचना पड़ोसियों द्वारा फोन कर मायके पक्ष के लोगों को दी गई। सूचना पर परिवार के लोग मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो आसिफा अस्पताल के सफेद बिस्तर पर जिंदगी और मौत के भी झूल रही थी। जहां डॉक्टर ने उसकी हालात को गंभीर देखते हुए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। यहां उपचार के कई दिन बाद आग में 99% झूलसी आसिफा की मौत हो गई। डॉक्टरो ने उसकी मृतक बहन का पोस्टमार्टम करते हुए डेडबॉडी परिजनों को सौंप दी।
पुलिस ने पीड़ित परिजनों की तहरीर पर अपने दामाद नईम और ननंद रूही समेत उसके दोनों भाई कलीम, काइम के खिलाफ बीएनएस एक्ट की धारा (103(1),61/2) के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार किया। पुलिस मामले में जांच पड़ताल करते हुए अग्रिम कार्यवाही करने में जुटी है।
REPORTED BY – AJAY KUMAR
PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR