मेरठ/जनमत। मेरठ की चर्चित ट्रिपल मर्डर केस में फैसला आ गया है जिसमें 10 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। लव ट्रायंगल में तीन युवकों के कत्ल का मामला था। जिसमें 2008 के नृशंस हत्याकांड पर बहस के बाद सजा सुनाई गई। सुनील ढाका, पुनीत गिरी और सुधीर उज्जवल की हत्या करके उनके शव हिंडन नदी में फेंके गए थे। स्पेशल जज एंटी करप्शन सेकंड पवन शुक्ला की कोर्ट ने दस आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
बतादें कि 2008 में मेरठ के थाना कोतवाली क्षेत्र के गुदड़ी बाजार में हुए हत्याकांड में 14 के खिलाफ चार्जशीट लगी थी। इसमें 2 आरोपियों की पहले ही मौत हो चुकी है। 1 आरोपी जुवेनाइल में छूट गया था। 1 आरोपी की फाइल अभी विचाराधीन है। बाकी 10 के खिलाफ आरोप सिद्ध होने पर उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इस केस में 33 गवाहों ने गवाही दी थी। कोर्ट में फैसले से पहले सुरक्षा को बढ़ा दी गई। इस दौरान वादी और आरोपी पक्ष दोनों मौजूद रहे। 2008 में हत्यारों ने घर बुलाकर तीनों युवकों को पहले गोली मारी, फिर तलवार से गला काटा गया। आंखें भी फोड़ दी थीं। रातभर टॉर्चर और मौत का खूनी खेल चलता रहा।
23 मई 2008 को बागपत और मेरठ जिले के बॉर्डर पर बालैनी नदी के किनारे तीन युवकों के शव मिले। मृतकों की पहचान सुनील ढाका निवासी जागृति विहार मेरठ, पुनीत गिरि निवासी परीक्षितगढ़ रोड मेरठ और सुधीर उज्जवल निवासी गांव सिरसली, बागपत के रूप में हुई थी। 22 मई की रात तीनों की हत्या कोतवाली के गुदड़ी बाजार में हाजी इजलाल कुरैशी ने अपने भाइयों और दोस्तों के साथ मिलकर की। इजलाल की दोस्ती मेरठ कॉलेज में पढ़ने वाली शीबा सिरोही से थी। वह एकतरफा प्यार करता था। वहीं, सुनील ढाका भी शीबा को चाहने लगा था। इजलाल को शीबा से तीनों युवकों का मिलना पसंद नहीं था। उसने शिबा को तीनों के खिलाफ उकसाया था। तीनों को गुदड़ी बाजार में आरोपी इजलाल ने घर बुलाया। जहां हत्या कर दी।
REPORTED BY – NARENDRA GAUTAM
PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR