यौन शोषण के आरोपों से घिरे दूरदर्शन के कर्मचारी

CRIME

नई दिल्ली(जनमत): इस समय देश में #MeToo  अभियान   ने जहाँ भारत  की बॉलीवुड इंडस्ट्री के काले चेहरे को सबके सामने उजागर किया हैं| जिसमे बड़े फिल्म डायरेक्टर और फ़िल्मी दुनिया की कई जान्ने माने नामो को कटघरें में खड़ा कर दिया|

साथ ही साथ इस  #MeToo अभियान का असर अब कार्यस्थलों पर देखने को मिल रहा हैं ताज़ा मामला दूरदर्शन टेलीविजन नेटवर्क की तीन महिला कर्मचारियों ने अपने सीनियरों पर फिर से अनुबंध किए जाने के नाम पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।

महिलाओं ने उत्पीड़न की घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी। इनमें से एक दूरदर्शन के भोपाल केंद्र में काम करती थी और दो महिलाएं दूरदर्शन दिल्ली से हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को महिलाओं ने यहां प्रेस वार्ता में दावा किया कि उनके एग्रीमेंट का रिन्यूअल करने के नाम पर उनका शोषण किया गया। महिला ने दावा किया कि उसने 2015 में आरोपित के विरुद्ध परिवाद दर्ज कराई थी। आंतरिक शिकायत समिति (आइसीसी) ने उसके निलंबन के आदेश दिए थे। लेकिन, डीडी के अधिकारियों द्वारा इसका पालन नहीं किया गया।

एक महिला ने दावा किया कि उसने मार्च 2018 में आइसीसी से शिकायत की थी। इसके बाद से उसे आठ महीने का वेतन भी नहीं दिया गया था। वरिष्ठों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय उसका ट्रांसफ़र कर दिया गया। वही रिपोर्ट में  ये भी कहा गया है कि भले ही #MeToo अभियान के अधिकतर मामले मीडिया और बॉलीवुड से आ रहे हैं, पर वही करीब 77 फीसद प्रतिभागी दूसरे उद्योगों को भी सुरक्षित नहीं मानते हैं।