De-De-Pyar-De

हँसाने के साथ “सवाल” भी करती है “दे दे प्यार दे” फिल्म

मनोरंजन

मनोरंजन(जनमत). बॉलीवुड के अभिनेता अजय देवगन (सिंघम) का असली नाम विशाल वीरू देवगन था| वही उनकी पत्नी बॉलीवुड की बहुत ही खूबसूरत अभिनेत्री है जिन का नाम काजोल हैं। अजय देवगन, तब्बू और रकुल प्रीत स्टारर फिल्म ‘दे दे प्यार दे’ रिलीज़ हो गई है। दे दे प्यार दे एक बॉलीवुड रोमांटिक ड्रामा है, दे दे प्यार दे को लव रंजन ने लिखा है। वह इससे पहले ‘प्यार का पंचनामा’, ‘आकाशवाणी’ और ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ जैसी फिल्में बना चुके हैं। इस फिल्म से आकिव अली ने निर्देशन की दुनिया में डेब्यू किया है।

फिल्म में अजय देवगन एक 50 साल के व्यक्ति का रोल निभा रहे हैं जिसे 26 साल की लड़की रकुल प्रीत से प्यार हो जाता है। फिल्‍म में तब्‍बू अजय के बीवी के किरदार में हैं। तथा आलोक नाथ उनके पिता के किरदार में हैं। फिल्म की कहानी शुरू होती है जब आशीष(Ajay Devgn) अपने दोस्त जावेद जाफरी को बताता है कि वो एक लड़की के प्यार में पड़ चुका है जो उसकी उम्र की आधी उम्र की है तो जावेद जाफरी उसे डांटता है और कहता है कि इसे उम्र का फासला नहीं कहते हैं, एक पूरी पीढ़ी का फासला कहते हैं। कुछ फ्लर्ट और रोमांटिक डेट्स के बाद दोनों अपने रिश्ते को गंभीरता से लेने लगते हैं। लेकिन वो प्रेम कहानी ही क्या जिसमें कोई दिक्कत नहीं हो। शादी से पहले, आशीष आएशा को अपनी पुरानी बीवी मंजू से मिल लेने की सलाह देता है क्योंकि आशीष के दो बच्चे मंजू के साथ रहते हैं।

जैसे वो दोनों मनाली पहुंचते हैं सारी दिक्कतें शुरू होती हैं और इन दिक्कतों को ही फिल्‍म में बहुत ही मजेदार अंदाज में पेश किया गया है जिसे देखकर बहुत मजा आता है। फिल्‍म कॉमेडी से भरपूर है। दे दे प्यार दे। फिल्म प्यार के बीच आने वाले पीढ़ियों के अंतर को नए नजरिए से देखती है। कभी 50 के होते ही बुजुर्गों की श्रेणी में शामिल हो जाने वाले अब इस उम्र में भी चुस्त दुरुस्त रहते हैं और जिंदगी को अपने हिसाब से जीने की उनकी तमन्नाएं भी इनकी तरह जवान ही रहती हैं। लव रंजन बदलते समय के दौर की ऐसी प्रेम कहानियां पकड़ते हैं, जहां नायक आदर्शवादी न होकर यथार्थवादी होता है। वह आज जीना चाहता है। बीता हुआ कल याद नहीं रखना चाहता और आने वाले कल के बारे में उसने सोचा नहीं है। ऐसे में जब अपने से 24 साल छोटी लड़की को वह अपनी पत्नी बनाने के मकसद से घर वालों से मिलाने लाता है तो भूचाल खड़ा हो जाता है। सवाल यहां ये है कि आखिर लोग दूसरों के सुख के लिए अपने सुख क्यों कुर्बान कर देते हैं? दे दे प्यार दे एक कॉमेडी फिल्म तो है ही साथ ही ये नए जमाने के नए सवालों का भी जवाब तलाशने की कोशिश करती है।

अभिनय के अलावा अजय देवगन निर्देशन और प्रोडक्शन के क्षेत्र में भी हाथ आजमा रहे हैं। अपनी अद्भुत अभिनय की वजह से अब तक अजय देवगन दो राष्ट्रीय पुरस्कार और तीन फिल्मफेयर जीत चुके हैं। वर्ष 2016 में अजय देवगन को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। नशीले आंखे और दमदार आवाज वाले अजय देवगन के कई यादगार फिल्में दी। कॉमेडी हो या एक्शन फिल्में ने अजय ने कोई ऐसा जोन नहीं छोड़ा जिसमें उन्होंने हाथ ना आजमाया हो| अजय देवगन ने फिल्म ‘गोलमाल’ में जानदार कॉमेडी की थी। उनकी कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों को काफी हैरान कर दिया था। वही अभिनय  पुरस्कारों के अलावा, देवगन ने बॉलीवुड में अचीवमेंट के लिए राजीव गांधी अवार्ड्स, ईटीसी बॉलीवुड बिजनेस अवार्ड्स में सबसे लाभदायक सेलिब्रिटी, जसरत अवार्ड, एनडीटीवी एक्टर ऑफ द ईयर और पद्मश्री अवार्ड्स सहित कई पुरस्कार जीते हैं।