मनोरंजन(जनमत): अभी हाल ही में सिनेजगत की मशहूर शख्सियत प्रियंका चोपड़ा ने जहाँ निक जोंस से शादी कर कई दिलो की धड़कनों को तोड़ दिया वहीँ प्रियंका चोपड़ा ने #MeToo आंदोलन के बारे में खुले तौर पर खूब चर्चा की। इस दौरान प्रियंका ने उजागर किया कि, उनके करियर के प्रारंभिक दिनों में वे भी सेक्शुअल हैरसमेंट की शिकार हो चुकी हैं। जबकि प्रियंका ने अपने साथ हुए सेक्शुअल हैरसमेंट की हादसा का बहुत ज्यादा चर्चा नहीं किया।
वही प्रियंका ने कहा कि, ‘महिलाओं के साथ सेक्शुअल हैरसमेंट एक आम बात बन चुकी थी, लेकिन अब औरत एक-दूसरे के सपॉर्ट में आगे आ रही हैं, #MeToo आंदोलन के जरिए यह एक आश्चर्यजनक और पावरफुल चीज देखने को मिल रही है।’ #MeToo आंदोलन की शुरुवात हिंदी सिनेमाजगत के मशहूर “बाबू जी” (आलोक नाथ ) पर लगे आरोप से हुई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है| यह आरोप एक समय की टेलीविजन की जानी मानी प्रोड्यूसर और लेखिका विंटा नंदा ने लगाया था|
जिस मामले में उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा और अपनी आपबीती लोगो को बताई| प्रियंका ने आगे कहा कि, ‘हम में से बहुत सारी औरतों ने पहले भी इसके विरुद्ध कोठार आवाज उठाई थी, लेकिन उस समय कोई सुनने वाला नहीं था। करियर के प्रारंभिक दिनों में मैंने भी इस तकलीफ़ का सामना किया है और मैं इसे लेकर शर्मिंदा नहीं हूं।’ प्रियंका चोपड़ा ने आगे कहा कि,’ ऐसा लगता है औरतों के साथ यौन उत्पीड़न शब्द जुड़कर ही आता है। अब #MeToo आंदोलन के जरिए और एक-दूसरे का सहयोग मिलने के कारण, लोग हम जैसी औरतों को अब चुप नहीं करा पाते और ऐसा देखकर औरतों को हिम्मत मिलती हैं।
आगे उन्होंने कहा कि, ‘ये भी बता दूं कि सेक्शुअल हैरसमेंट सिर्फ फिल्म दुनिया में ही नहीं होता, बल की ये हर जॉब में किसी ना किसी स्तर पर औरतों के साथ होता है। इसलिए लोग #MeToo आंदोलन को सिर्फ फिल्म दुनिया से जोड़कर ना देखे। बता दें कि तनुश्री दत्ता के नाना पाटेकर पर आरोप लगाने के बाद, #MeToo अभियान के चलते अब तक कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ के विरुद्ध यौन शोषण के आरोप लग चुके हैं। इस लिस्ट में आलोकर नाथ के अलावा रजत कपूर, चेतन भगत, लाश खेर, विकास बहल जैसे कई लोगों के नाम हैं।