हैदराबाद (जनमत). एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि अगर कोई ये समझ रहा है कि हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम 300 सीट जीत कर हिंदुस्तान पर मनमानी करेंगे, तो यह नहीं हो सकेगा। संविधान का हवाला देकर वजीर-ए-आजम से कहना चाहता हूं कि ओवैसी आपसे लड़ेगा, मजलूमों के इंसाफ के लिए लड़ेगा। हिंदुस्तान को आबाद रखेंगे, हम यहां किरायेदार नहीं, बराबर के हिस्सेदार रहेंगे।
इस पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- ”हमने हमेशा सेवक के रूप में काम किया है। सब जानते हैं कि मोदीजी कभी शासक नहीं बने। कुछ लोगों को इससे पेट में दर्द हो रहा है, क्योंकि मोदी सरकार के कामकाज से उनकी वोटों की दुकानें बंद हो चुकी हैं। अब वे वोटों की खरीदफरोख्त नहीं कर पा रहे हैं।”
मोदी के भाषण और भाजपा की नीतियों में विरोधाभास
ओवैसी ने मोदी के अल्पसंख्यकों को लेकर दिए बयान पर कहा था कि क्या पीएम हमें बता सकते हैं कि 300 में से कितने सांसद मुस्लिम हैं, जो इस बार लोकसभा में चुनकर आए हैं? मोदी का बयान और उनकी पार्टी में विरोधाभास है जो पीएम और उनकी पार्टी पिछले पांच वर्षों से कर रही है। मोदीजी क्या उन गिरोह पर कार्रवाही करेंगे, जो गाय के नाम पर बेकसूर मुसलमानों की हत्या करते हैं, फिर वीडियो बनाकर अपमानित करते हैं। अगर पीएम इस बात से सहमत हैं कि ‘अल्पसंख्यक डर’ में रहते हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि अखलाक को किसने मारा। लेकिन जिन्होंने अखलाक की हत्या की वह चुनावी सभा में सबसे आगे बैठे थे।
मोदी ने कहा था- हमें अल्पसंख्यकों का विश्वास जीतना है
एनडीए का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को संसद के सेंट्रल हॉल में करीब 75 मिनट का भाषण दिया था। इसमें उन्होंने नया नारा दिया- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। मोदी ने कहा था कि देश में अब तक अल्पसंख्यकों को भ्रम में रखा गया, उनके साथ छल किया गया। वोट बैंक की राजनीति में छलावा, काल्पनिक भय बनाया गया और उन्हें दबाकर रखा गया। हमें इस छल में भी छेद करना है। हमें विश्वास जीतना है।
Posted By: Priyamvada M