एक्सक्लूसिव न्यूज़(जनमत):- साल 1992 में 6 दिसंबर को कारसेवकों ने भारी संख्या में अयोध्या पहुंचकर विवादित ढांचा ढहा दिया था। इस दौरान हिंसा भड़की, देशभर में सांप्रदायिक दंगे हुए तब से बड़े नेताओं ने रामलला विराजमान के दर्शन से दूरी बनाए रखी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस महासचिव उत्तर प्रदेश प्रियंका गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्मंत्री अखिलेश यादव ने भी बीते 27 वर्षो से रामलला के दर्शन नहीं किए।
अखिलेश यादव:- उत्तर प्रदेश में जब 2012 से 2017 के बीच पुरे 5 वर्षो तक सपा सरकार थी तो उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे| अखिलेश यादव अंतिम बार मई 2019 में सपा और बसपा गठबंधन की रैली को संबोधित करने अयोध्या पहुंचे थे। पर रामलला के दर्शन नहीं किया| हालांकि, इससे पहले पूरे 5 वर्षो तक उन्होंने अयोध्या से दूरी बनाए रखी। कमाल की बात तो ये है की उन्होंने अयोध्या से जुड़ी योजनाओं का आधारशिला भी अपने मुख्यमंत्री आवास से किया था।
योगी आदित्यनाथ:- आप को बता दे की मई 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ढाई वर्षो में 18 बार अयोध्या का दौरा किया था और विवादित भूमि पर स्थापित रामलला के दर्शन किए । योगी 27 वर्षों में भाजपा के दूसरे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने रामलला विराजमान का दौरा किया है। योगी से पहले 2002 में जब उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री राजनाथ सिंह थे तो उन्होंने भी रामलला के दर्शन किए थे।
मायावती:- उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्मंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्मंत्री रही पर उस के बाद भी वो रामलला के दर्शन करने कभी नहीं गई| जब की मायावती ने चुनाव प्रचार के लिए अयोध्या का दौरे भी किया था। इसी वर्ष मई में वे गठबंधन की रैली को संबोधित करने अयोध्या पहुंची थीं। पर रामलला के दर्शन नहीं किया
नरेंद्र मोदी:- मई 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम बार बतौर प्रधानमंत्री वे पहली बार अयोध्या रैली करने पहुंचे थे रैली जैसे ही खत्म हुए वो यहाँ से रवाना हो गए। जब की इससे पहले भी 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए मोदी अयोध्या आये थे। हालांकि की उन्होंने भी रामलला के दर्शन नहीं किये थे| वह पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में अयोध्या पहुंचे थे|
राहुल गांधी:- कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी सितंबर 2019 में अयोध्या आये थे। आप को बता दे की वर्ष 1992 के बाद वे अयोध्या पहुंचने वाले गांधी परिवार के पहले सदस्य थे। उन्होंने हनुमान गढ़ी में भगवान का आशीर्वाद तो लिया, लेकिन रामलला से दूरी बनाए रखी।
उद्धव ठाकरे:- शिवसेना कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पहली बार नवंबर 2018 को अपने परिवार के साथ अयोध्या रैली करने पहुंचे थे। उन्होंने रैली के बाद रामलला के दर्शन भी किए। दूसरी बार उद्धव ठाकरे जून 2019 में वे फिर अयोध्या आये और रामलला के दर्शन भी किए थे।
प्रियंका गांधी:- 29 मार्च को लोकसभा चुनाव को ले कर कांग्रेस महासचिव उत्तर प्रदेश प्रियंका गांधी रोड शो में शामिल हो कर अयोध्या आई थी| प्रियंका 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद अयोध्या पहुंचने वाली गांधी परिवार की दूसरी सदस्य थीं। हालांकि, इस दौरान उन्होंने ने भी रामलला से दूरी बनाए रखी।
Posted By:- Amitabh Chaubey