देश/विदेश (जनमत) :- उत्तरप्रदेश में जिस अनामिका शुक्ल के नामपर फर्जीवाड़ा करके कई जगहों पर एक साथ नौकरी करके लाखों का भुगतान ले लिया गया…वो दरअसल बेरोजगार है …. प्रदेश के नौ जिलों में अनामिका शुक्ला के नाम से कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों में विज्ञान शिक्षिका के पद पर महिलाएं कार्य कर रहीं थीं, वहीँ शासन स्तर से हुई जांच में 12 लाख रुपये मानदेय लेने की बात भी सामने आई है। मामला चर्चा में आने के बाद असली अनामिका शुक्ला ने अपना पक्ष रखा और बताया कि जौनपुर, सुल्तानपुर, लखनऊ में कस्तूरवा गांधी विद्यालय में विज्ञान शिक्षिका के पद पर आवेदन किया था। वहीं से प्रमाणपत्रों का दुरपयोग करते हुए ये जाल साजी हुई होगी.
साथ ही अनामिका शुक्ल ने बीएसए कार्यलय पहुचकर शिकायत भी दर्ज कराई. इस पूरे मामले में बैसिक शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि मामला संज्ञान में आने के बाद खुद अनामिका शुक्ला अब सामने आयीं हैं. इनकी मार्कशीट का दुरुपयोग करके ही ये जालसाजी हुई हैं, जिसके जरिये कई विद्यालयों में इनके प्रमाणपत्रों का दुरूपयोग करके पूरे मामले को अंजाम दिया गया….साथ ही बताया कि अनामिका ना तो शिक्षिका हैं और ना वो कभी शिक्षिका रही है हालाँकि उन्होंने कई बार इसके लिए आवेदन जरूर किया है।वहीँ मामला सामने आने के बाद ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करा दी गयी है और मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है.
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent, Janmat News.