भारतीय रेलवे (जनमत): भारतीय रेलवे कुछ विशेष लोगों को ट्रेन से सस्ते में सफर कराता है। इस कैटेगरी में 13 तरह के लोग आते हैं, जिनमें बुजुर्गों और दिव्यांगों के अलावा कुछ खास बीमारियों के मरीज भी शामिल हैं। मरीज अपने इलाज के लिए एक शहर से दूसरे शहर आ जा सकें और उन पर किराए का बोझ थोड़ा कम पड़े, इसके लिए रेलवे उन्हें ट्रेन टिकट पर 75 फीसदी तक की छूट देता है। मरीजों के साथ-साथ उनके साथ सफर करने वाले एक सहायक की टिकट पर भी यह छूट लागू होती है। इसके अलावा कई मामलों में टिकिट माफ करने का भी प्रावधान है।
ऐसे उठाएं योजना का फायदा
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दस्तावेज होना जरूरी
आप अगर ट्रेन से सफर कर रहे हों तो आपको टिकट काउंटर पर बैठे कर्मचारी को बताना होगा कि आप किस कैटेगरी की रियायत चाहते हैं। वह आपसे दस्तावेज भी मांग सकता है, ऐसे में बीमारी से संबंधित कागजात अपने साथ रखें।
– वह आपको छूट और एक सहयोगी का देकर टिकट बना देगा। इसके बाद जब आप ट्रेन में सफर करेंगे तो टिकट निरीक्षक भी आपसे बीमारी के दस्तावेज मांगेगा, वहीं सफर करने से पहले आपको संबंधित डॉक्टर का प्रमाण-पत्र भी बनवाना होगा।
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थैलेसीमिया, हार्ट-किडनी पेशेंट को 50 प्रतिशत, सहायक भी मिलेगा
थैलेसीमिया, हार्ट और किडनी के मरीज को भी रेलवे द्वारा रियायत दी जाती है। थैलेसीमिया पेशेंट यदि चेकअप के लिए जाते हैं तो वे विशेष छूट के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
– इसी तरह हार्ट सर्जरी या किडनी ट्रांसप्लांट, डायलिसिस वाले मरीज को भी रियायत मिलती है। इन्हें सेकंड क्लास, स्लीपर, फर्स्ट क्लास, थर्ड एसी, एसी चेयरकार में 75 परसेंट एवं फर्स्ट एसी और सेकंड एसी में 50 प्रतिशत छूट मिलती है।
– एक सहायक भी छूट के दायरे में आता है, वहीं टीबी, लुपस पेशेंट को सैकंड क्लास, स्लीपर और फर्स्ट क्लास में 75 परसेंट तक कंसेशन मिलता है। नॉन इन्फेक्शियस कुष्ठ मरीजों को भी यही छूट मिलती है।
– अधिक जनकारी के लिए आप रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट पर क्लिक कर सकते हैं
https://ncr.indianrailways.gov.in/view_section.jsp?lang=1&id=0,1,283,363,682
Posted by: Priyamvada M