गोरखपुर(जनमत): उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की शोध छात्रा इफ़्फ़त अमीन की एक अनोखी खोज ने देश का नाम गौरव कर दिया है। यह एक ऐसी खोज है जिसे दुनिया भर में सराहा जा रहा है। दरअसल शोध छात्रा ने एक ऐसे चमकीले पदार्थ की खोज की है जिसे दुनिया का सबसे चमकीला पदार्थ होने का दावा किया गया है। शोध छात्रा की इस अनोखी उपलब्धि से भविष्य में ऐसी आर्गेनिक एलईईडी बनाई जा सकेगी जो एक और दो वाट के करेंट में 20 वाट की तेज रोशनी देगी। इसके साथ ही इस खोज से राडार में ऊर्जा की खपत कम होगी और एम आर आई के ज्यादा सटीक नतीजे मिल सकेगें।
इसके आलावा दवाओं और बायोलॉजिकल सिस्टम की जाँच और लेवलिंग में भी यह शोध कारगर होगी। गोरखपुर के दीनदयाल विश्वविद्यालय में रसायन शास्त्र की शोधार्थी इफ़्फ़त अमीन ने यह शोध पांच साल में पूरा किया है। इस खोज की चमक क्षमता 91.1 फीसदी है। अभी तक बने काम्प्लेक्स की चमक क्षमता 80 प्रतिशत ही थी। विश्वविद्यालय में इफ्फत अमीन के प्रोफेसर उमेश नाथ त्रिपाठी ने बताया कि इस खोज का पता तब चला जब चमकीले कांप्लेक्स के मिश्रण को आईआईटी मद्रास चेन्नई और जापान में परीक्षण हुआ। लैब में परिक्षण के दौरान ही यहाँ इसकी चमक क्षमता 91.1 फीसदी होने का खुलासा हुआ था।