15 अगस्त को इस शहीद पुलिस अधिकारी के नाम बनेगा अनोखा रिकॉर्ड …

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एक्सक्लूसिव न्यूज़(जनमत): बहुचर्चित बाटला हाउस मुठभेड़ को करीब 11 वर्ष बीत गए है। कहानी करीब 11 वर्ष पहले की है जब वर्ष 2008  में जामिया नगर में बटला हाउस में आतंकियों और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के बीच मुठभेड़ हुई थी। जब उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले पर आतंकि हमला करने वाले थे आप को बता दे की अयोध्या में भगवन श्री राम का मंदिर है और इस मदिर को ले कर काफी दिनों से बवाल हो रहा है|

                                                       (शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा)

5 जुलाई 2005 को अयोध्या में हुए हमले  को अंजाम देने वाले इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों के विरुद्ध ऑपरेशन बटला हाउस के दौरान मोहन चंद शर्मा शहीद  हुए थे। मरणोपरांत असाधरण वीरता के लिए अशोक चक्र से सम्मानित  दिल्ली पुलिस के दिवगंत अधिकारी शहीद मोहन चंद शर्मा को एक और पदक दिए जाने का  फैसला लिया गया है।

                                       (घायल अवस्था में  इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्म)

दिल्ली पुलिस के रणबांकुरे इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा जितने जांबाज थे उतने ही जिंदादिल भी। वही मिली जानकारी के अनुसार अभिनेता जॅान अब्राहम  15 अगस्त को इसी से जुड़ी हुई फिल्म लेकर आ रहे हैं। इस फ़िल्म के धमाकेदार ट्रेलर  के कारण ये फिल्म इन दिनों खूब चर्चा में बनी हुई है। दिल्ली में हुए सीरियल ब्लास्ट की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 19 सितंबर, 2008 को दिल्ली के जामिया नगर इलाके के बटला हाउस में स्थित मकान नंबर एल-18 में दबिश दी।

                                   (फ़िल्म “बाटला हाउस”)

यहां हुई मुठभेड़ में पुलिस ने इंडियन मुजाहिदीन  के 2 आतंकियों आतिफ अमीन और साजिद को मार गिराया। एक आतंकी मोहम्मद सैफ को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दो आतंकी आरिफ खान उर्फ जुनैद और शहजाद फरार हो गए। शहीद मोहन चन्द्र शर्मा  दिल्ली पुलिस में 19 वर्ष तक रहे। उन्होंने 1989 में सब इंस्पेक्टर के तौर पे दिल्ली पुलिस को ज्वाइन किया था।

                                 (पुलिस हिरासत में आतंकी)

अगर गृह मंत्रालय 15 अगस्त को शहीद मोहन चंद शर्मा ने नाम गैलेन्ट्री पदक की घोषणा करती है तो  उनका नाम देश में सबसे ज्यादा गैलेन्ट्री पदक पाने वाले पुलिस अधिकारी की  लिस्‍ट में सामिल हो जाएगा| अभी तक शहीद मोहन चंद शर्मा ने 9 गैलेन्ट्री वीरता पुरस्कार पा चुके हैं| इसके अलावा शहीद मोहन चंद शर्मा ने कई बड़े केसेस को सुलझाया इस में 2001 का  भारतीय संसद भवन अटैक, 2000 का लालकिला अटैक और अक्टूबर 2005 के दौरान दिल्ली में हुई बम ब्लास्ट की घटनाएं।

2007 में जैश-मोहम्मद के उग्रवादियों की गिरफ्तारी दिल्ली विश्वविद्यालय मार्ग पर हुए एनकाउंटर में भी शर्मा की भागीदारी। थी। इसके अलावा  मोस्टवांटेड आतंकवादी अबु हमजा का जवाहरलाल विश्वविद्यालय में किया गया एनकाउंटर टीम में भी शर्मा थे।

अमिताभ चौबे

chaubeyamitabh0@gmail.com