देश/विदेश (जनमत) :- संयुक्त राज्य अमेरिका में कुछ दिनों से हालत बेकाबू होते जा रहें हैं , एक तरफ अमेरिका वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में है और विश्व में सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में ही हैं और यहाँ मौतों का आंकड़ा भी सर्वाधिक हैं, इसी बीच मिनियापोलिस शहर में पुलिस हिरासत में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका के कई शहरों में हिंसा भड़क गई है। इस दौरान देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया और लूट पाठ को भी अंजाम दिया गया. साथ ही पुलिस की गाड़ियों के साथ कई इमारतों में आग लगा दी गई।
हालाँकि इस पर प्रशासन ने वाशिंगटन समेत 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। ट्रंप ने सभी प्रभावित शहरों के गवर्नरों से दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। हिंसा के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के पास 200 साल पुराने चर्च का दौरा किया। बता दें कि यह वही चर्च है, जहां पुलिस से झड़प के बाद प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी थी। उन्होंने रोज गार्डन में कहा कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के सहयोगी हैं। हालांकि, इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा, “मैं कानून और व्यवस्था को लेकर आपका अध्यक्ष हूं।” ट्रंप की यात्रा से पहले कानून प्रवर्तन ने प्रदर्शनकारियों को क्षेत्र से बाहर कर दिया। रोज गार्डन में ट्रंप के भाषण के दौरान प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।मौजूदा हालातों में साफ़ हैं कि हिंसा की आग में जल रहे देश में हालात पर काबू पाने के लिए अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मिलिट्री को उतारने का फैसला किया है। फिलहाल अमेरिका में हालत काबू से बाहर हैं इस वजह से ही देश में मिलिट्री उतारने का फैसला लिया गया है.
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent, Janmat News.